इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। महाअध्र्य समर्पण, शांतिपाठ एवं विसर्जन विधि के साथ पूजन सम्पन्न हुई। इसके बाद जिनेन्द्र देव की मंगल आरती उतारी गई। इस अवसर पर पंडित उमेश जैन शास्त्री ने गर्भ कल्याणक पर सारगर्भित शब्दों में प्रकाश डालते हुए भगवान पाŸवनाथ के जीवन चरित्र को आत्मसात करने पर जोर देते लोगों को धर्म राह पर चलने के लिए प्रेरित किया। भगवान के गर्भ कल्याणक की पूर्व संध्या पर नसियां मंदिर में दिगम्बर जैन नेमिनाथ सोशल ग्रुप के तत्वावधान में णमोकार महामंत्र का जाप, 48 दीपकों से रिद्धि-सिद्धि मंत्रों के साथ भक्तामर स्त्रोत पाठ का आयोजन किया गया।