एक हजार वर्ग मीटर भूमि की दरकार
पुस्तकालय को बजरिया स्थानांतरित कराने के लिए करीब एक हजार वर्ग मीटर स्थान की दरकार है। इसके लिए विभाग की ओर से ठींगला मेें तहसील के पास व पीआरओ कार्यालय का चयन किया था, लेकिन यूआईटी से स्वीकृति नहीं मिलने के कारण मामला अटक गया। इसके बाद विभाग की ओर से खैरदा के रीको औद्योगिक क्षेत्र में पुस्तकालय के लिए एक हजार वर्ग मीटर जमीन चिह्नित की गई। इसके प्रस्ताव बनाकर यूआईटी को भेज दिए गए। लेकिन अभी तक भूमि उपलब्ध नहीं हो सकी है। भूमि मिलने पर यहां पुस्तकालय भवन का निर्माण किया जाता
पुस्तकालय को बजरिया स्थानांतरित कराने के लिए करीब एक हजार वर्ग मीटर स्थान की दरकार है। इसके लिए विभाग की ओर से ठींगला मेें तहसील के पास व पीआरओ कार्यालय का चयन किया था, लेकिन यूआईटी से स्वीकृति नहीं मिलने के कारण मामला अटक गया। इसके बाद विभाग की ओर से खैरदा के रीको औद्योगिक क्षेत्र में पुस्तकालय के लिए एक हजार वर्ग मीटर जमीन चिह्नित की गई। इसके प्रस्ताव बनाकर यूआईटी को भेज दिए गए। लेकिन अभी तक भूमि उपलब्ध नहीं हो सकी है। भूमि मिलने पर यहां पुस्तकालय भवन का निर्माण किया जाता
1956 में हुई थी स्थापना
शहर स्थित जिला पुस्तकालय की स्थापना 28 मार्च 1956 को की गई थी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पुस्तकालय के बजरिया शिफ्ट होने के बाद पुस्तकालय को डिजिटल किया जाएगा। इसके तहत नियमित पाठकों को पाठक कोड जारी किया जाएगा। इसके माध्यम से पुस्तकालय की पुस्तकोंं को पाठक ऑनलाइन भी पढ़ सकेंगे। पुस्तकालय में पचास हजार से अधिक पुस्तकें हैं।
शहर स्थित जिला पुस्तकालय की स्थापना 28 मार्च 1956 को की गई थी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पुस्तकालय के बजरिया शिफ्ट होने के बाद पुस्तकालय को डिजिटल किया जाएगा। इसके तहत नियमित पाठकों को पाठक कोड जारी किया जाएगा। इसके माध्यम से पुस्तकालय की पुस्तकोंं को पाठक ऑनलाइन भी पढ़ सकेंगे। पुस्तकालय में पचास हजार से अधिक पुस्तकें हैं।
इनका कहना है…
पुस्तकालय के स्थानांतरण के लिए तैयार भवन या जमीन देखी जा रही है। फिलहाल खैरदा के रीको क्षेत्र मेें जमीन चिह्नित की गई है। इसके प्रस्ताव यूआईटी को भेजे गए हैं। अब स्वीकृति आने के बाद ही पुस्तकालय के लिए नवीन भवन का निर्माण शुरू हो सकेगा।
– विपुल शर्मा, प्रभारी, जिला पुस्तकालय, शहर, सवाईमाधोपुर।
पुस्तकालय के स्थानांतरण के लिए तैयार भवन या जमीन देखी जा रही है। फिलहाल खैरदा के रीको क्षेत्र मेें जमीन चिह्नित की गई है। इसके प्रस्ताव यूआईटी को भेजे गए हैं। अब स्वीकृति आने के बाद ही पुस्तकालय के लिए नवीन भवन का निर्माण शुरू हो सकेगा।
– विपुल शर्मा, प्रभारी, जिला पुस्तकालय, शहर, सवाईमाधोपुर।