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सवाई माधोपुर

मशीनें खराब, कैसे हो जांच

मशीनें खराब, कैसे हो जांच

सवाई माधोपुरAug 22, 2019 / 01:59 pm

rakesh verma

मशीनें खराब, कैसे हो जांच

मशीनें खराब, कैसे हो जांच

मलारना डूंगर. अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते यहां सीएचसी में उपचार के लिए आने वाले रोगियों को मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लैब में एक्सरे मशीन सहित कई जांच उपकरण खराब है। ऐसे में रोगी महंगे दामों पर निजी लैबों पर जांच करवा रहे हैं।इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीणा सीएचसी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मौजूद रोगियों के परिजनों ने शिकायत की और बताया कि अस्पताल में एक्सरे मशीन खराब है। सीबीसी मशीन भी खराब है। इससे ज्यादातर जांचें बाहर ही करवाना पड़ रहा है।

शिकायत पर मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना की लैब में पड़ताल की तो लैब में एक्सरे मशीन खराब होने की बात सही पाई गई। इसी तरह 5 अगस्त से सीबीसी मशीन भी खराब होने की पुष्ठि हुई। इस पर सीएमएचओ ने लैब स्टॉफ से खराब मशीनों को समय पर ठीक नहीं करवाने पर लताड़ लगाई। साथ ही लम्बे समय तक जांच मशीनों के खराब होने की जांच कराने की बात कही। इससे पूर्व सीएमएचओ ने प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लेबर रूम में कई कमियां मिली। साथ ही दक्षता की ट्रेनिंग ले चुके चिकित्साकर्मी प्रसव कराने में दक्ष नहीं मिले।

महज दो चिकित्सक
मलारना डूंगर सीएचसी में औसतन पांच सौ से अधिक रोगियों का आउटडोर रहता है। इनके उपचार की जिम्मेदारी केवल दो चिकित्सकों पर है। एक चिकित्सक के प्रशासनिक कार्य में व्यस्त होने पर एक ही चिकित्सक को पांच सौ से अधिक रोगियों को देखना होता है। स्थानीय सीएचसी में लम्बे समय से विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। क्षेत्रीय लोग विभागीय अधिकारियों सहित राजनेताओं से अस्पताल में रिक्त पदों पर चिकित्सक लगाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं हुई है।
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