कानेटी गांव के आसपास व खेतों में बाघ का बुधवार से ही मूवमेंट बना हुआ था। वन विभाग की ओर से बाघ की लगातार टे्रकिंग भी कराई जा रही थी। इसके लिए वनकार्मिकों के दल ने आस-पास के क्षेत्र में फोटो टे्रप कैमरे भी लगाए थे। हालांकि वन विभाग की टीम अब तक हमलावर बाघ कौनसा है। इसकी पुष्टि नहीं कर सकी है। वहीं कैमरों में बाघ की फोटो कैद नहीं हुई। फोटो आने के बाद ही बाघ कौनसा है। इसकी पुष्टि हो सकेगी।