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मानसरोवर बांध: विभाग की लापरवाही से नहर की पाळ टूटी, खेतों में भरा पानी

locationसवाई माधोपुरPublished: Nov 17, 2019 05:51:53 pm

Submitted by:

Vijay Kumar Joliya

मानसरोवर बांध: विभाग की लापरवाही से नहर की पाळ टूटी, खेतों में भरा पानी

मानसरोवर बांध: विभाग की लापरवाही से नहर की पाळ टूटी, खेतों में भरा पानी

Mansarovar Dam

बहरावण्डा खुर्द. जल संसाधन विभाग द्वारा मानसरोवर बांध से कस्बे से होकर निकल रही नहर टूट गई और पानी भरने से खेत जलमग्न हो गए। कस्बे के किसानों ने बताया कि सिंचाई के लिए बुधवार को मानसरोवर बांध से नहर में पानी छोड़ा गया था। शुक्रवार रात को पानी कस्बे से होकर निकला। पानी अधिक मात्रा में होने व नहर की सफाई नहीं करवाने से पानी जमा होने लगा। पानी का भराव अधिक होने और आगे नहर अवरुद्ध होने से कस्बे में सार्वजनिक पार्क के समीप नहर की कच्ची मिट्टी की पाळ टूट गई। पाळ टूटने से नहर का पानी खेतों में घुस गया और गेहंू-टमाटर की फसल जलमग्न हो गई।

किसान मुरारी जाट ने बताया कि उसने दो दिन पहले ही 4 बीघा खेत में गेहंू की फसल की थी। नहर का पानी भरने से खेत जलमग्न हो चुका है। अब खेत को दुबारा तैयार करने में और पानी सूखने में एक माह का समय लग जाएगा। इससे उसको काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वही गेहंू की फसल भी पिछड़ जाएगी। नहर के समीप ही हरिमोहन जाट की करीब 2 बीघा टमाटर की फसल नष्ट हो गई। 1 महीने बाद टमाटर की तुड़ाई शुरू हो जाती, लेकिन उससे पहले नुकसान हो गया।

पुलिस ने मोरेल बांध की नहर को खुलवाया, एक गिरफ्तार

भाड़ौती. क्षेत्र के मोरेल बांध की माणौली कैनाल को सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता हरकेश गुर्जर की मौजूदगी में पुलिस ने खुलवाकर पानी सुचारू करवाया। विरोध करने पर एक व्यक्ति को शांतिभंग में पुलिस ने गिरफ्तार किया। विभाग के कनिष्ठ अभियंता हरकेश गुर्जर के बताया कि मोरेल बांध की शेषा के ढोले से माणौली की ओर जाने वाली कैनाल को माणौली निवासी एक जने ने बंद कर पानी निकासी का मार्ग अवरुद्ध कर दिया था।

ढील बांध से नहर में छोड़ा पानी

पीपलवाड़ा. ढील बांध से शनिवार को पूजन के साथ नहर में पानी छोड़ा गया। पानी निकासी के साथ ही किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। सहायक अभियंता गोपेश मीना ने बताया कि ढील बांध में वर्तमान में 15.3 फीट पानी है। बांध की मुख्य नहर 43 किलोमीटर लंबी व 22 माइनर है। करीब 4000 हैक्टेयर भूमि बांध से सिंचित की जा सकेगी। प्रबंधन को लेकर सिंचाई विभाग द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गौरतलब है ढील बांध से क्षेत्र बागडोली,पीपलवाड़ा, जटावती, डिडवाड़ी, जोलंदा, खिरनी, भाड़ौती, गंभीरा सहित कई गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। इस दौरान अधिकारियों व ग्रामीणों की मौजूदगी में शनिवार दोपहर बांध की मोरी खोली गई।
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