साथ ही सरकार का आभार भी जताया। नहर में पानी खोलने पर बांध क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने बेवजह व अनुचित विरोध के कारण 11 जून को सुबह नहर में खोले गए पानी को बंद कर दिया। इससे कमांड एरिया के 35 गांवों की जनता दुखी है। पांचना बांध की नहर में पिछले 13 वर्षों से बिना ठोस कारण पानी नहीं खोला जा रहा हैं। इससे कमांड एरिया की लगभग 40 हजार बीघा भूमि असिचिंत रहने से किसानों को 13 वर्षों में लगभग 1300 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। सरकार को विरोध करने वाले लोगों को समझाइश का पानी फिर से खोलना चाहिए। ज्ञापन में बताया गया है कि गुडला लिफ्ट परियोजना के पंपसेट को इंस्टॉल करने के तकनीकी कार्य के लिए पानी का लेबल डाउन करने के उद्देश्य नहर में पानी डिस्चार्ज किया गया था।
अब नहर में पानी नहीं खुलने से कार्य भी बंधित हो गया है। यदि पंपसेट इसी माह इंस्टॉल नहीं हुए तो उसके बाद बरसात आ जाएंगी एवं आगामी फसल सीजन में भी लिफ्ट परियोजना पूर्ण नहीं हो पाएगी और सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति नहीं होगी। गुडला लिफ्ट परियोजना को पूर्ण करने के लिए शीघ्रता से पंपसेट इंस्टॉल कर लिफ्ट परियोजना की नहर के बचे कार्य को पूरा करने तथा स्थानीय लोगों को समझाइश कर नहर में पानी खोला जाए ताकि पानी का स्तर कम होने से पंप सेट इंस्टॉल हो सकेंगे।
वहीं दूसरी ओर कमांड एरिया के गांवों के नागरिकों व पशु-पक्षियों को पानी की उपलब्धता हो सकेगी। ज्ञापन देने के दौरान रकम सिंह मीणा, बृजेश मीणा, चेतराम मीणा, रामलखन मीणा, विक्रम सिंह, पिंटू मीणा, रामजी, पुखराज, शिव सिंह, नारायण, अजय सिंह, विश्राम आदि मौजूद थे।