यह त्योहार का महत्व
चैत्र शुक्ल पक्ष की तृतीया को गणगौर पूजन किया जाता है। गणगौर दो शब्द से मिलकर बना है। जिसमें गण का मतलब शिव तथा गौर का मतलब पार्वती माना जाता है। गणगौर के दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। महिलाएं पति की दीर्घायु की कामना में व्रत करती है। कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर की कामना में व्रत करती हैं। गणगौर पूजन के बाद उसका विसर्जन किया जाता है। कहते हैं कि पार्वती ने भी सोलह दिन तक पूजन किया था।
चैत्र शुक्ल पक्ष की तृतीया को गणगौर पूजन किया जाता है। गणगौर दो शब्द से मिलकर बना है। जिसमें गण का मतलब शिव तथा गौर का मतलब पार्वती माना जाता है। गणगौर के दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। महिलाएं पति की दीर्घायु की कामना में व्रत करती है। कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर की कामना में व्रत करती हैं। गणगौर पूजन के बाद उसका विसर्जन किया जाता है। कहते हैं कि पार्वती ने भी सोलह दिन तक पूजन किया था।
अन्नपूर्णा रसोई वैन का निरीक्षण कर ली जानकारी
सवाईमाधोपुर. नगरपरिषद सभापति डॉ. विमला शर्मा ने मंगलवार को बजरिया स्थित महावीर पार्क के पास संचालित अन्नपूर्णा रसोई वैन का निरीक्षण किया। इस दौरान लोगों से नाश्ता व खाने के बारे में जानकारी ली। लोगों ने बताया कि अन्नपूर्णा रसोई योजना में पांच रुपए में नाश्ता व आठ रुपए में खाना अच्छा मिल रहा है। निरीक्षण के दौरान 56 लोग खाना खाने की जानकारी दी गई।
सवाईमाधोपुर. नगरपरिषद सभापति डॉ. विमला शर्मा ने मंगलवार को बजरिया स्थित महावीर पार्क के पास संचालित अन्नपूर्णा रसोई वैन का निरीक्षण किया। इस दौरान लोगों से नाश्ता व खाने के बारे में जानकारी ली। लोगों ने बताया कि अन्नपूर्णा रसोई योजना में पांच रुपए में नाश्ता व आठ रुपए में खाना अच्छा मिल रहा है। निरीक्षण के दौरान 56 लोग खाना खाने की जानकारी दी गई।