अस्पताल में नि:शुल्क दवाओं का टोटा होने से बाहर चल रही मेडिकल की दुकानों का कारोबार फल-फूल रहा है। अस्पताल में नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्र से निराश होकर रोगियों को परिजनों को दवा लेेने के लिए बाहर मेडिकल की तरफ दौड़ लानी पड़ती है। उस समय रोगी की जान बचाने के लिए परिजनों को बाहर मेडिकल पर दौड़ लगानी पड़ती है।
मेडिकल वार्ड में भर्ती रोगियों ने बताया कि यहां जिला अस्पताल स्थित नि:शुल्क दवा केन्द्र पर बल्ड प्रेशर, मलेरिया पेट दर्द, एंटी बायोटिक, राइस ट्यूब, सोडियम फ्लोराइड की बोतलें व ताकत के इंजेक्शन व खांसी की दवा नहीं है।
मलारना डूंगर. कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क दवा वितरण योजना का रोगियों को लाभ नहीं मिल रहा है। दवा वितरण केन्द्र में 184 तरह की नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध है। दवाओं का पर्याप्त भण्डार होते हुए रोगियों को मेडिकल स्टोरों से दवा खरीदना पड़ रहा है। राजस्थान हज वेलफेयर सोसायटी प्रदेश सचिव मोहम्मद अशरफ का कहना है कि नि:शुल्क दवा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
मित्रपुरा. कस्बा स्थित आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को उचित इलाज मिलता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक जगराम मीणा ने बताया कि अस्पताल में कुछ दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए दिक्कत आती है। जगराम कुमार ने बताया कि चिकित्साल में मरीजों का उचित इलाज मिलता है।
चौथ का बरवाड़ा. कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। चिकित्सालय परिसर से कुछ ही दवाएं उपलब्ध हैं। शेष दवाओं को बाजार से खरीदना पड़ता है।
यूं छलका रोगियों का दर्दछह माह से नहीं मिल रही दवा
आलनपुर निवासी रोगी नाथूलाल बैरवा ने बताया कि अस्पताल में नि:शुल्क दवा नहीं है। वह खांसी रोग से पीडि़त है। उसे छह माह से खांसी की दवा नहीं मिल रही है। वह बाजार से दवा लाने को मजबूर है।
रावल निवासी रोगी रामनिवास मीणा ने बताया कि चिकित्सक दवा लिखते है। इसमें से दो या तीन दवा नि:शुल्क दवा केन्द्र पर नहीं मिलती है। उन्हें बाजार से लेना पड़ता है।
शहर निवासी ओमप्रकाश रेगर ने बताया कि सरकार ने नि:शुल्क दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की थी, लेकिन रोगियों को उनका पर्याप्त लाभ नही मिल रहा है। चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा लिखने की शिकायत पीएमओ, सीएमएचओ को की, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
फिलहाल फ्लूड की कमी है। शेष सभी प्रकार की दवा उपलब्ध है। जिला औषधि भण्डार में वर्तमान 425 प्रकार की दवा है। बाहर की दवा लिखने वाले चिकित्सकों की जांच कर उन्हें को नोटिस दिए जाएंगे।
डॉ. टीकाराम मीणा, सीएमएचओ सवाईमाधोपुर।
जिला अस्पताल में 400 प्रकार की दवा है। चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा लिखने के बारे में जानकारी नहीं है। दो इंजेक्शन व कुछ दवाओं की कमी है। वह मंगवा ली गई है। बाहर की दवा लिखने के लिए चिकित्सकों को पाबंद करेंगे। खांसी की दवा एक साल से नहीं आ रही है।
डॉ. रामलाल मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला अस्पताल, समा.ं