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सवाई माधोपुर

मुफ्त दवा हो गई हवा!, महंगी दर पर बाहर से खरीदने की मजबूरी

सरकार बदलने के बाद से सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा भी राम भरोसे हो गई है।

सवाई माधोपुरSep 16, 2017 / 02:10 pm

Shrikant Sharma

sawaimadhopur

जिला अस्पताल में नि:शुल्क दवा केन्द्र की खिड़की बंद कर बैठे कर्मचारी।

सवाईमाधोपुर. सरकार बदलने के बाद से सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा भी राम भरोसे हो गई है। दवा लेने के लिए रोगियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जबकि अस्पताल में सरकार की योजना के तहत नि:शुल्क दवा मिलनी चाहिए। राजस्थान पत्रिका टीम ने शुक्रवार सुबह 9 से साढ़े 10 बजे तक आउटडोर व मेडिकल वार्ड में पहुंचकर नि:शुल्क दवा योजना की पड़ताल की तो पाया कि रोगियों को नि:शुल्क दवा नहीं मिल रही है, जबकि राज्य सरकार की ओर से जिला अस्पताल व उपजिला में 682, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 558, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व डिस्पेंसरी पर 303 तथा उपस्वास्थ्य केन्द्र पर 38 प्रकार की दवा होना आवश्यक है। कई प्रकार की दवा नहीं थी। चिकित्सक उनके स्थान पर बाहर की दवा लिख रहे हैं। वर्तमान में अस्पताल रिकॉर्ड में 400 प्रकार की दवाएं बताते हैं। लेकिन वे भी पूरी नहीं मिल रही है।
 

यहां फल-फूल रहा कारोबार
अस्पताल में नि:शुल्क दवाओं का टोटा होने से बाहर चल रही मेडिकल की दुकानों का कारोबार फल-फूल रहा है। अस्पताल में नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्र से निराश होकर रोगियों को परिजनों को दवा लेेने के लिए बाहर मेडिकल की तरफ दौड़ लानी पड़ती है। उस समय रोगी की जान बचाने के लिए परिजनों को बाहर मेडिकल पर दौड़ लगानी पड़ती है।
 

जीवन रक्षक दवाओं का टोटा
मेडिकल वार्ड में भर्ती रोगियों ने बताया कि यहां जिला अस्पताल स्थित नि:शुल्क दवा केन्द्र पर बल्ड प्रेशर, मलेरिया पेट दर्द, एंटी बायोटिक, राइस ट्यूब, सोडियम फ्लोराइड की बोतलें व ताकत के इंजेक्शन व खांसी की दवा नहीं है।
मरीजों को बाजार से खरीदनी पड़ती है दवाई
मलारना डूंगर. कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क दवा वितरण योजना का रोगियों को लाभ नहीं मिल रहा है। दवा वितरण केन्द्र में 184 तरह की नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध है। दवाओं का पर्याप्त भण्डार होते हुए रोगियों को मेडिकल स्टोरों से दवा खरीदना पड़ रहा है। राजस्थान हज वेलफेयर सोसायटी प्रदेश सचिव मोहम्मद अशरफ का कहना है कि नि:शुल्क दवा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
मिलता है इलाज
मित्रपुरा. कस्बा स्थित आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को उचित इलाज मिलता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक जगराम मीणा ने बताया कि अस्पताल में कुछ दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए दिक्कत आती है। जगराम कुमार ने बताया कि चिकित्साल में मरीजों का उचित इलाज मिलता है।
चौथ का बरवाड़ा. कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। चिकित्सालय परिसर से कुछ ही दवाएं उपलब्ध हैं। शेष दवाओं को बाजार से खरीदना पड़ता है।

यूं छलका रोगियों का दर्दछह माह से नहीं मिल रही दवा
आलनपुर निवासी रोगी नाथूलाल बैरवा ने बताया कि अस्पताल में नि:शुल्क दवा नहीं है। वह खांसी रोग से पीडि़त है। उसे छह माह से खांसी की दवा नहीं मिल रही है। वह बाजार से दवा लाने को मजबूर है।
मेडिकल पर लगानी पड़ती है दौड़
रावल निवासी रोगी रामनिवास मीणा ने बताया कि चिकित्सक दवा लिखते है। इसमें से दो या तीन दवा नि:शुल्क दवा केन्द्र पर नहीं मिलती है। उन्हें बाजार से लेना पड़ता है।
शिकायत के बाद नहीं हो रही कार्रवाई
शहर निवासी ओमप्रकाश रेगर ने बताया कि सरकार ने नि:शुल्क दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की थी, लेकिन रोगियों को उनका पर्याप्त लाभ नही मिल रहा है। चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा लिखने की शिकायत पीएमओ, सीएमएचओ को की, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
जांच की जाएगी
फिलहाल फ्लूड की कमी है। शेष सभी प्रकार की दवा उपलब्ध है। जिला औषधि भण्डार में वर्तमान 425 प्रकार की दवा है। बाहर की दवा लिखने वाले चिकित्सकों की जांच कर उन्हें को नोटिस दिए जाएंगे।
डॉ. टीकाराम मीणा, सीएमएचओ सवाईमाधोपुर।
कुछ दवा नहीं है…
जिला अस्पताल में 400 प्रकार की दवा है। चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा लिखने के बारे में जानकारी नहीं है। दो इंजेक्शन व कुछ दवाओं की कमी है। वह मंगवा ली गई है। बाहर की दवा लिखने के लिए चिकित्सकों को पाबंद करेंगे। खांसी की दवा एक साल से नहीं आ रही है।
डॉ. रामलाल मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला अस्पताल, समा.ं

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