इधर नृसिंह कॉलोनी में चल रही भागवत कथा में कथा व्यास पंडित बनवारी लाल शर्मा ने कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि आकाशवाणी के माध्यम से कंस को पता चला कि उसकी बहन देवकी के गर्भ में जन्म लेने वाली आठवीं संतान उसकी मौत का कारण बनेगी। इस पर कंस ने अपनी बहन के सात बच्चों को मार दिया, लेकिन आठवें गर्भ से पैदा हुए कृष्ण को नंद बाबा के यहां पहुंचा दिया गया।
इस मौके पर पांडाल में मौजूद महिलाओं ने श्रीकृष्ण जन्म की खुशी में ‘नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, हाथी दीना घोड़ा दीना और दीनी पालकी’ जैसे भजन गाते हुए मिठाईयां बांटी। इस अवसर पर आयोजक शिवकुमार शर्मा, हाकिम सिंह हाडा, ओमप्रकाश शर्मा, राजेन्द्र सक्सेना, राजेन्द्र शर्मा, शिवजी लाल शर्मा, गिर्राज एवं मूलसिंह राजपूत आदि उपस्थित रहे।