सवाई माधोपुर

ये खबर चौका देगी आपको अब पिता की जगह बेटे को नहीं मिलेगी नौकरी

सवाईमाधोपुर. रेलवे में अब पिता के स्थान पर बेटे को नौकरी नहीं मिल पाएगी। इण्डियन रेलवे ने अपनी लार्जेज स्कीम को बंद कर दिया है।

सवाई माधोपुरJan 02, 2018 / 08:28 pm

Shubham Mittal

Sawai Madhur Indian Railway

सवाईमाधोपुर. रेलवे में अब पिता के स्थान पर बेटे को नौकरी नहीं मिल पाएगी। इण्डियन रेलवे ने अपनी लार्जेज स्कीम को बंद कर दिया है। इससे इण्डियन रेलवे के सभी 17 जोनों से जुड़े रेल मण्डलों पर कार्यरत कार्मिकों में पिता के स्थान पर अब बेटे को नौकरी नहीं मिल सकेगी। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके तहत पश्चिम मध्य रेलवे में कोटा , भोपाल व जबलपुर मण्डल में भी यह योजना अब बंद हो चुकी है।

2004 में शुरू की थी योजना
इण्डियन रेलवे ने 2004 में दो कैटेगरी टै्रकमैन व ड्राइवर पद पर पिता के स्थान पर बेटे को नौकरी देने की शुरुआत की थी। इसके लिए कार्मिक को 20 साल की नौकरी होना अनिवार्य था। इसके तहत भर्ती भी शुरू हो गई थी।

2010 में लार्जेज स्कीम
रेलवे संगठनों की मांग पर रेलवे ने 2010 में रेलवे के अन्य 26 कैटेगरी के कार्मिकों में भी पिता के स्थान पर बेटे को नौकरी देने के लिए लार्जेज स्कीम शुरू की थी। इसके तहत पहले रेलकर्मी के आठवीं पास बेटे और बाद में दसवीं पास बेटे को नौकरी दी जाने लगी, लेकिन अब यह योजना रेलवे के सभी जोनों में बंद कर दी गई है। रेल मंत्रालय के इस फैसले से रेल कर्मियों में रोष व्याप्त है।
यह था योजना का उद्देश्य
रेलवे में पहले ग्रुप डी में बिना पढ़े लिखे लोग भी आसानी से नौकरी पर लग जाते थे, लेकिन गैंगमैन, टै्रकमैन, खलासी आदि पदों पर कार्यरत कार्मिकों को बिना आधुनिक उपकरणों के कठिन परिश्रम करना पड़ता था। इससे अधिक उम्र के लोगों को काम करने में परेशानी आती थी। ऐसे में रेलवे में नए युवाओं को जोडऩे के लिए यह योजना शुरू की गईथी।

रेलवे की ओर से लार्जेज स्कीम को बंद कर दिया गया है। इसके लिए गत दिनों स्कीम को शुरू करने के लिए रेलमंत्री से बात की थी। योजना को दुबारा शुरू कराने के प्रयास जारी है।
मुके श गालव, सहायक महामंत्री, एआईआरएफ।
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