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अब धनिया बुवाई पर मिलेगा चालीस फीसदी अनुदान, किसानों के लिए खुशखबर…

locationसवाई माधोपुरPublished: Nov 13, 2017 08:55:44 pm

Submitted by:

Shubham Mittal

एक किसान को अधिकतम चार हैक्टेयर तक बागवानी मिशन में आवेदन करने के बाद मिलेगा अनुदान

sawaimadhopur

धनिया

सवाईमाधोपुर. राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत इस साल कम बारिश के चलते पानी की कमी को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से एक पानी की फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को धनिए के बीज पर अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से बीज व अन्य आदान पर 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है।
ड्रिप सिंचाई के लिए भी अनुदान
सहायक निदेशक उद्यान फल बगीचों में व सब्जियों में ड्रिप सिंचाई संयंत्र की स्थापना पर सामान्य कृषकों को लागत का पचास फीसदी व लघु व सीमांत कृषकों को 70 फीसदी तक अनुदान दिया जाएगा। इसमें एक किसान अधिकतम पांच हैक्टेयर क्षेत्र का अनुदान प्राप्त कर सकता है। वहीं फव्वारा संयंत्र की स्थापना पर सामान्य किसानों को साठ फीसदी अनुदान दिया जाता है।
पर्यवेक्षक के पास भी कर सकते हैं आवेदन
ऐसे में जिले के किसान अनुदान लेने के लिए विभाग के कार्यालय में आकर आवेदन कर सकते हैं। यही नहीें उपखण्ड स्तर व पंचायत स्तर पर भी विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ लेने व फव्वारा संयंत्र स्थापित करने के लिए संबंधित क्षेत्र के कृषि पर्यवेक्षक के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है।
धनिए व अन्य कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुदान योजना शुरू की गई है।
कैलाशचन्द मीणा, सहायक निदेशक, कृषि विस्तार, सवाईमाधोपुर।


धनिये के फायदे –
1.पेट की समस्याओं के लिए फायदेमंद :-
धनिया गैस से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है | पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए धनिये के चाय और काफ़ी बहुत लाभदायक होती है | 2 कप पानी लेकर उस में जीरा,धनिये के पत्ते डालें इसके बाद इस में चाय की पत्ती और सोंफ डाल कर 2 मिनट तक उबालें , इसे 2 मिनट तक उबालने के बाद इस में ज़रूरत अनुसार शक्कर मिलाएं और साथ ही अदरक भी डालें शक्कर के जगह इस में शहद भी मिलाया जा सकता है | इस मिश्रण का सेवन करने से पेट की सम्सियाओं से राहत मिलती है साथ ही गैस से छुटकारा मिलता है और गले की समस्या भी दूर होती है |
2.दस्त से राहत :–
यदि पेट में गर्मी के कारण आपको बार बार दस्त हो रहा हो तो, आप 50 ग्राम ताज़ा धनिया पीस कर छाछ या ठंडे पानी में मिला कर दिन में 2 बार पियें ऐसा करने से दस्त से काफी आराम मिलता है |
3.नकसीर ठीक करने में सहायक :-
नकसीर को ठीक करने के लिए एक ख़ास किसम का घोल तयार किया जाता है जिसे बनाना बहुत ही आसान है | सबसे पहले धनिये के 20 ग्राम पतियाँ ले कर उस में चुटकी भर कपूर मिला कर पीस लें , पीसने के बाद तयार रस को छान कर अलग कर लें | इस रस के दो बूँद नाक मे डालें और माथे पर लगा कर मालिश करें इस से नाक से निकलने वाला खून फ़ौरन बंद हो जायेगा |
4.पेसाब साफ करता है :–
यदि आप के पेसाब में पीलापन ज्यादा आ रहा हो तो, सुखा धनिया पीस कर इसे 1 गिलास पानी में 2 चम्मच पीसा धनिया मिला कर इसे 5 से 7 मिनट तक उबाल ले | और ठंडे होने पर इसे छान कर सुबह और शाम के समय पीने से पेसाब साफ हो जाता है
5.आँखों की परेशानियों से राहत :-
यदि आँखों से पानी गिरता हो तो धनिये के इस्तेमाल से तुरंत राहत मिलती है | थोड़ा सा हरा धनिया लेकर पीस लें और उसे पानी में डाल कर उबाल लें , थोड़ी देर उबालने के बाद इसे ठंडा कर लें और छान कर किसी बर्तन में रख लें | रोज़ इसकी बूंदे आँखों में डालने से आँखों की जलन से राहत मिलती और आखों से पानी टपकना बंद हो जाता है |
6.बिमारियों से लडने की क्षमता में बढ़ोतरी :–
आपको यह बतलाना जरुरी है की धनिया में विटामिन A और C की अच्छी मात्रा में पाई जाती है, जो की हमारे शरीर में बिमारिओं से लडने के शक्ति पैदा करता है | यदि आप चाहते है की आपकी रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत रहे तो आप को धनिये का सेवन नियमत रूप से करना चाहिए|
7.गठिया :–
धनिया में anti-inflammatory नामक तत्व पाए जाते है और साथ ही साथ विटामिन C भी अच्छी मात्र में पायी जाती है| और इसी कारण गठिया से ग्रस्त मरीजो को धनिया का नियमित सेवन करने से काफी लाभ होता है |
धनिये के तेल को घुटनों पर मालिश करने से गठिया का दर्द दूर होता है तथा हडि्डयों में उत्पन्न कमजोरी भी ठीक होती है।
10 ग्राम धनिये के दाने, 25 ग्राम सोंठ, 10 ग्राम कालीमिर्च, 10 ग्राम लौंग, 10 ग्राम अजवाइन और 5 ग्राम सेंधानमक को एक साथ मिलाएं। इस चूर्ण को 3 से 4 ग्राम गुनगुने पानी से रोगी को देने से गठिया का दर्द दूर हो जाता है।
लगभग 3.50 ग्राम धनिये में 10 ग्राम चीनी मिलाकर खाने से गठिया का रोग नष्ट होता है।
8.कील मुंहासो से छुटकारा :–
अगर आपके चेहरे पर बार बार मुहासे आ रहे हो तो 2 चम्मच सुखा धनिया पिसा हुआ ½ चम्मच glycerin को मिला कर चेहरे पर लगाने से चेहरे में मौजूद मुंहासो से छुटकारा मिलता है |इसके इलावा धनिये का पेस्ट बना कर भी लगा सकते हैं :- धनिये की कुछ पत्तियां ले कर पीस लें , अब इसकी पिसी हुयी पत्तियों की कुछ मात्रा में एक चुटकी भर हल्दी मिला लो. अब इस तैयार हुए लेप को दिन में दो बार चेहरे पर लगा ले. रोजाना इसका इस्तेमाल करने से जल्दी ही मुहासों और काले धब्बो से छुटकारा मिलता है और साथ ही चेहरे की सुन्दरता भी बढती है.
9.उलटी से राहत : –
उलटी होने पर धनिया का सेवन करने से उलटी से राहत मिलती है | 1 चम्मच सुखा धनिया को फाखने से उलटिया आना बंद हो जाता है |

10.आँखों के लिए :–
धनिया में विटामिन A भरपूर मात्रा में पाया जाता है | यदि आप चाहते है की आप की आँखे तंदरुस्त और आँखों की रौशनी बनी रहे तो अपने खाने में धनिया को शामिल करना ना भूले |
11.सर्दी खांसी से राहत :-
2 चम्मच धनिया और मिश्री को बराबर मात्रा में पीसकर एक कप पानी (चावल भिगोया हुआ पानी) के साथ रोगी को पिलाने से खांसी में लाभ मिलता है।
यदि छाती पर बलगम जम गया हो तो 50 ग्राम कुचला धनिया, 10 ग्राम कालीमिर्च, 5 ग्राम लौंग और 100 ग्राम सोंठ को लेकर चूर्ण बना लेते हैं। इसमें से आधा चम्मच चूर्ण सुबह शहद के साथ चाटने से खांसी में लाभ होता है।
12.हिचकी दूर करे :–
अगर आपको लगातार हिचकी आ रही हो तो धनिया इसे रोकने में भी मदद कर सकता है है | धनिया के कुछ दानो को मुह में रख कर उसके रस को चूसने से हिचकी रुक जाती है
13.मधुमेह :–
मधुमेह के रोगीओं को अपने खाने में धनिया को ज़रूर से शामिल करना चाहिए, क्योकि धनिया खून में इन्सुलिन की मात्रा को नियंत्रण करता है |इस प्रकार हम कह सकते है कि धनिये का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है
14.चक्कर आना :–
यदि किसी को बार बार चक्कर आने की सिकायत हो तो उसे 10 gram सुखा धनिया और 10 gram आंवले को 1 गिलास पानी में भिगो दे | सुबह दोनों को मसल कर पानी को छान कर पीने से चक्कर आना बंद हो जाता है
15.बवासीर (अर्श) :
बवासीर दो प्रकार की होती है वादी बवासीर और दूसरी खूनी बवासीर। खूनी बवासीर में मस्सों से खून आता है। परन्तु बादी में गुदा के भीतर-बाहर मस्से निकल आते हैं, जिनमें खुजली मचती है। ये मस्से कांटे की तरह चुभते हैं। बवासीर अक्सर कब्ज के कारण होती है। यह बड़ा भयंकर रोग है। इससे बचने के विभिन्न उपाय हैं। जैसे भोजन सुपाच्य लेना चाहिए, पेट में कब्ज न बनने दिया जाए अधिक खाने या खाने के बाद मैथुन से बचा जाए। बादी की चीजें जैसे अमरूद, भिण्डी, अरुई, बैंगन, उड़द, अरहर की दाल तथा अधिक वसायुक्त पदार्थ नहीं खाने चाहिए। चावल और बैंगन का प्रयोग भूलकर भी न करें क्योंकि ये दोनों भोज्य पदार्थ वादी और बवासीर वाले व्यक्ति को बहुत हानिकारक होते हैं। इसके उपचार के लिए वैसलीन में पिसा हुआ कत्था, 100 दाने धनिया, 10 बूंद मिट्टी का तेल, सत्यानाशी पौधे की जड़ ये सभी चीजें पीसकर और कपडे़ में छानकर वैसलीन में मिला लेते हैं। इस मरहम को गुदा में लगाने से बवासीर के मस्से ठीक हो जाते हैं। यदि खून निकलता है तो वह भी बंद हो जाएगा।

धनिये के काढ़े में मिश्री मिलाकर रोजाना 2-3 बार पीने से खूनी बवासीर ठीक हो जाती है।
हरे धनिया का 1 चम्मच रस निकालकर उसमें थोड़ी-सी मिश्री मिलाकर रोजाना सुबह के समय पीने से खूनी बवासीर मिट जाती है।
धनिये को मिश्री के साथ मिलाकर चूर्ण बना लें। 1 कप गर्म पानी में 1 चम्मच चूर्ण डालकर रोजाना सुबह-शाम पीने से मलद्वार की जलन तथा खूनी बवासीर ठीक हो जाती है।
सूखे धनिये को दूध और मिश्री के साथ मिलाकर सेवन करने से खूनी बवासीर ठीक होती है।

16.जुकाम :-
125 ग्राम धनिये को पीसकर आधा किलो पानी में डालकर उबाल लें। उबलने पर जब पानी चौथाई हिस्सा बाकी रह जाये तो इसे छानकर इसमे 125 ग्राम मिश्री डालकर फिर गर्म करने के लिए रख दें। जब गर्म होने पर यह गाढ़ा हो जाये तो इसे आग पर से उतारकर रोजाना 10 ग्राम तक चाटें। इससे दिमाग की कमजोरी से होने वाला जुकाम ठीक हो जाता है और दिमाग की कमजोरी भी दूर हो जाती है।

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