scriptNow the roar of T-110 will resonate in Mukundra | अब मुकुंदरा में गूंजेगी टी-110 की दहाड | Patrika News

अब मुकुंदरा में गूंजेगी टी-110 की दहाड

locationसवाई माधोपुरPublished: Nov 03, 2022 01:28:38 pm

Submitted by:

Subhash Mishra

सेल्जर इलाके के एनक्लोजर में किया जाएगा रिलीज

अब मुकुंदरा में गूंजेगी टी-110 की दहाड
अब मुकुंदरा में गूंजेगी टी-110 की दहाड
सवाईमाधोपुर. आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद अब कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को नया बाघ मिल गया है।दरअस्ल वन विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह फलौदी रेंज के देवपुरा नाके पर सुबह करीब सवा ग्यारह बजे बाघ को टे्रकुंलाइज किया। इसके बाद वन विभाग की टीम बाघ को स्ट्रैचर पर नीचे लेकर आई। इसके बाद पशु चिकित्सकों के दल ने देवपुरा नाके पर बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
रेडियो कॉलर लगा कर किया रवाना
बाघ के बेहोश होने के बाद वन विभाग की टीम ने बाघ को रेडियो कॉलर लगाया। रेडिया कॉलर लगाने के बाद बाघ को दोपहर करीब सवा बारह बजे के आसपास बाघ को सड़क मार्ग से कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के लिए रवाना किया गया। इस दौरान रणथम्भौर बाघ परियोजना के सीसीएफ सेडूराम यादव, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के सीसीएफ शैलेन्द्र प्रताप सिंह, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक संजीव शर्मा, पशु चिकित्सक डॉ. सीपी मीणा , फलौदी रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी राजबहादुर मीणा आदि मौजूद थे। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोटा के सेल्जर इलाके में बने एनक्लोजर में बाघ को रिलीज किया जाएगा।
दो अलग-अलग टीम कर रही थी दो अलग-अलग बाघों की तलाश
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुकुंदरा में बाघ को शिफ्ट करने के लिए वन विभाग की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किया जारहा था। इसके लिए विभाग की ओर से फलौदी रेंज में बाघ टी-110 और आरओपीटी रेंज में बाघ टी-110 को चिह्नित किया गया था। पूर्व में वन विभाग की ओर से लगातार बाघ टी-110 की ही लगातार टे्रकिंग कराई जारही थी लेकिन बुधवार को विभाग की टीम ने आरोपीटी रेंज के गुढ़ा चौकी वन क्षेत्र में बाघ टी-123 को भी टे्रकुंलाइज करने का प्रयास किया था। हालांकि वन विभाग को सफलता नहीं मिल सकी थी।
15 दिन से वन विभाग को छका रहा था बाघ
पूर्व में वन विभाग की ओर से सरिस्का व मुकुंदरा भेजने के लिए बाघ टी-113 व बाघ टी-110 को चिह्नित किया गया था। इसके बाद वन विभाग ने 16 अक्टूबर को रणथम्भौर की तालडा रेंज से बाघ टी-113 को सरिस्का शिफ्ट किया गया था। तब से ही वन विभाग की ओर से कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघ भेजने के लिए रणथम्भौर की फलौदी रेंज के बाघ टी-110 की भी टे्रकिंग कराई जा रही है। लेकिन अब तक वन विभाग को सफलता नहीं मिल सकी थी।
यूं चला घटनाक्रम ...
8.30 मिनट पर वन विभाग की टीम जंगल में पहुंची
8.45 पर वन विभाग की टीम ने टे्रकिंग की शुरू
2.5 घंटे तक वन विभाग की टीम टे्रकिंग में जुटी रही
11.20 के आसपास बाघ को किया गया टे्रकुंलाइज
11.32 पर बाघ के रेडियो कॉलर लगाने का काम हुआ शुरू
11.45 पर बाघ का स्वास्थ्य परिक्षण किया गया
12.00 बजे के आसपास बाघ को रिवाइवल दिया गया
12.20 के करीब बाघ को सड़क मार्ग से मुकुंदरा के लिए किया रवाना
इनका कहना है...
बाघ टी-110 को चाखन बांध इलाके में टे्रकुंलाइज किया गयाहै। बाघ को रेडियो कॉलर लगाकर मुकुंदरा के लिए रवाना किया गया है।
- सेडूराम यादव, सीसीएफ, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।
Copyright © 2021 Patrika Group. All Rights Reserved.