ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में वन विभाग की टीम को सूचना दी गई। अब तक पैंथर का मूवमेंट आबादी क्षेत्र के आसपास ही बना हुआ है। इसके बाद भी वन विभाग की ओर से पैंथर को पकडऩे के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है। इससे पहले एक बार 22 दिसम्बर 2019 को फलौदी रेंंज के एक गांव में भी पैंथर ने भेड़ो का शिकार कर लिया था।