सामान्य चिकित्सालय में इन दिनों विशेष रूप से उल्टी,दस्त व बुखार आदि के रोगी भर्ती हो रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि पिछले दिनों हुई बारिश से जगह-जगह पानी भरा है। इससे मक्खी, मच्छर पनप रहे हैं। इसके चलते लोग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में पर्ची लेने से लेकर परामर्श, जांच और दवा काउंटर तक हर ओर लम्बी कतार और भीड़ की स्थिति है।
जिले के सबसे बड़े राजकीय चिकित्सालय में मौसमी बीमारियों के चलते रोगियों की संख्या बढ़ी है। आउटडोर में दैनिक औसत रोगी पंजीयन का आंकड़ा डेढ़ हजार को पार कर रहा है। चिकित्सकों के कक्ष के बाहर सुबह आउटडोर शुरू होने से दोपहर बाद अंत तक रोगियों की कतार नहीं टूटती है। दोनों पारियों के बीच चार घंटे की इमरजेंसी पारी में रोगियों के भीड़ कम नहीं होती है। रोगियों में सबसे ज्यादा रोगी वायरल बुखार के हैं।
रोगियों की आवक बढऩे से राजकीय चिकित्सालय में रोगियों को उपचार से पहले दर्द झेलना पड़ रहा है। सुविधा और संसाधनों की तुलना में रोगी भार अधिक होने मरीजों को पर्ची लेने, चिकित्सक से परामर्श, फिर दवा काउंटर पर उपचार लेने में चार बार लम्बी कतार और इंतजार के दौर से गुजरना पड़ता है। ऐसे में सुबह नौ बजे चिकित्सालय पहुंचने पर रोगी एक से डेढ़ घंटे में इन प्रक्रिया को पूरा कर पाता है।
चिकित्सकों के अनुसार रोगियों के भीड़ होने से रोगियों में एक दूसरे से संक्रमण होने की आशंका रहती है। कमोबेश यह स्थिति वार्ड में भी एक पलंग पर दो से तीन रोगियों को भर्ती करने पर रहती है।
सामान्य चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.तेजराम मीना ने बताया कि इन दिनों रोगियों की संख्या बढ़ी है। रोगों से बचाव के लिए लोगों को पूरे बांह के कपड़े पहनने चाहिए। साथ ही आस-पास गंदा पानी नहीं हो व कूलरों में भी साफ पानी भरा हो। पंखा चलाकर सोए, ताकि मच्छर नहीं काटे। मुंह हाथ लगाकर छीकें। साथ ही बुखार आने पर चिकित्सक से परामर्श लिया जाना चाहिए।
एक जनवरी से 16 सितम्बर तक रोगियों की संख्या
वर्ष रोग संख्या रोग संख्या
2018 बुखार 11 हजार 343 उल्टी दस्त 3 हजार 773
2019 बुखार 9 हजार 310 उल्टी दस्त 1167 तिथि आउटडोर इनडोर
13 सितम्बर 1757 167
14 सितम्बर 1671 180
15 सितम्बर 901 170
16 सितम्बर 2095 142