औसतन एक हजार रोगी
वर्तमान में लोग वायरल का अधिक शिकार हो रहे हैं। खासकर खांसी, जुकाम, बुखार व पेट दर्द के रोगी अधिक आ रहे हैं। प्रतिदिन अस्पताल में औसतन एक हजार रोगी उपचार के लिए पहुंच रहे है। इनमें बच्चों की संख्या भी काफी है। मौसम में बदलाव और खान-पान में सावधानी नहीं बरतने पर लोग बीमारी की जद में आ रहे हैं।
एक नजर में रोगी
सूत्रों के अनुसार 12 फरवरी को सामान्य चिकित्सालय में 1102 रोगी उपचार के लिए पहुंचे। इसी प्रकार 13 फरवरी को 1115 रोगी, 14 फरवरी को 1002 रोगी तथा 15 फरवरी को 1024 रोगी उपचार के लिए पहुंचे। इसके अलावा सिटी डिस्पेंसरी और निजी चिकित्सालयों में भी लोग उपचार कराते हैं। वहीं दूसरी ओर रोगियों की अधिकता से लैब में जांच का कार्य भी बढ़ गया है।
यह बरतें सावधानी
डॉ. आर. सी. मीना के अनुसार बदलते मौसम के दौर में सावधानी बरत कर बीमारी से बचा जा सकता है। बासी भाोजन नहीं खाए। शुद्ध और ताजा भोजन का सेवन करें। रात को सोते समय पंखा नहीं चलाए। बीमारी का पता चलते ही चिकित्सक से तत्काल परामर्श लेना चाहिए। होली के त्योहार को देखते हुए अस्थमा और स्कीन एलर्जी वाले व्यक्तियों को भी सावधानी बरतनी चाहिए।