उप मंडल सचिव डी.के. शर्मा ने रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार भारतीय रेलवे को बेच देना चाहती है। सुविधा के नाम पर प्राइवेट गाड़ी चलाने का कार्य सरकार कर रही है, जो रेल कर्मचारियों के साथ कुठाराघात है। केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य पी.सी. मीणा ने कहा कि मजदूर संघ ने हमेशा मजदूर हितों को सबसे ऊपर रखा है। यदि सरकार इसी प्रकार निजीकरण और निगमीकरण को बढ़ावा देती रही तो रेल नहीं रहेगी और यदि रेल नहीं रहेगी तो मजदूर कहां बचेगा।