बहरावण्डा खुर्द. गत 24 घंटों से रिमझिम व मध्यम बारिश से अल्लापुर ग्राम पंचायत के बैरना गांव में एक कच्चा मकान ढह गया। हालांकि मकान ढहने के समय परिवार के लोग दूसरे मकान में मौजूद थे। इसलिए कोई हादसा नहीं हुआ। पीडि़त राधेश्याम जांगिड़ ने बताया कि गत तीन-चार दिनों से बारिश लगातार बनी हुई है। तेज बारिश के चलते उसका कच्चा मकान अचानक से ढह गया। इससे उसको काफी नुकसान हुआ है।
भगवतगढ़. कस्बे में मंगलवार शाम करीब सवा चार बजे से आधे घंटे तक जोरदार बारिश हुई। बाजारों में घुटनों तक पानी बह निकला। मंडी मोहल्ले में पानी घरों के दरवाजों तक पहुंच गया। वहीं माली मोहल्लेे में निचले मकानों में जल भराव से समस्या हुई। आधे घंटे बाद भी हल्की बरसात जारी रही। बारिश से कस्बे के पीले तालाब, शिवसरोवर व बड़े तालाब में पानी की अच्छी आवक हुई। वहीं शिवकुंड के ऊपर पहाड़ों से झरने बहने लगा। भाड़ौती में बारिश के कारण तेजराम मीणा तथा बृजलाल मीणा निवासी गंभीरा के कच्चे मकान ढह गए। भड़कोली में काला माळ में हनुमान, मीठालाल, बत्तीलाल मीणा का शामिल कुआं ढह गया।
मलारना डूंगर. बारिश का दौर थमने के साथ ही जलमग्न हुई ज्यादातर कॉलोनी व ढाणियों से पानी का स्तर कम होने लगा है। इससे लोग राहत महसूस कर हैं। हालांकि छतरी वाले बालाजी के पास बसी कॉलोनी सहित माणोली व मलारना चौड़ की गोड़लियों की ढाणी में पानी निकासी नहीं होने से लोग जलभराव से परेशान हैं। गौरतलब है कि गत शनिवार से लगातार हुई बारिश से शेषा गांव के निचले इलाकों में पानी भरने के साथ ही माणोली व मलारना डूंगर की एक कॉलोनी के भी घरों में पानी घुस गया था। इस दौरान क्षेत्र में करीब एक दर्जन मकान ढह गए, लेकिन प्रशासन ने इनकी सुध तक नहीं ली। तहसील कार्यालय के अनुसार इस साल एक जनवरी से 4 सितम्बर तक कुल 8 54 मिमी बरसात हुई है। ये औसत से 30.78 प्रतिशत अधिक है। एसडीएम मनोज वर्मा ने बताया कि बारिश से घर गिरने व फसल खराबे की सूचना मिली है। पटवारी व गिरदावर से रिपोर्ट मांगी है।
मौसम उप पर्यवेक्षक जाट ने बताया कि मौसम विभाग ने जिले में आगामी तीन दिनों में भारी बारिश की चेतावनी है। इससे उन्होंने नदी- नालों के समीप रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है।