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सड़कों की हालत खराब, रोडवेज को लग रहा फटका, डीजल की खपत बढऩे से हो रहा राजस्व नुकसान

locationसवाई माधोपुरPublished: Oct 22, 2019 02:46:58 pm

Submitted by:

Vijay Kumar Joliya

सड़कों की हालत खराब, रोडवेज को लग रहा फटका, डीजल की खपत बढऩे से हो रहा राजस्व नुकसान

सड़कों की हालत खराब, रोडवेज को लग रहा फटका, डीजल की खपत बढऩे से हो रहा राजस्व नुकसान

Sawai madhopur Dpo

सवाईमाधोपुर. सड़कों की खराब हालत का खामियाजा न सिर्फ आम राहगीर और वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है, बल्कि रोडवेज भी इससे अछूता नहीं है। सवाईमाधोपुर रोडवेज कार्यालय को अपनी बसों को चलाने में अतिरिक्त डीजल खर्च करना पड़ रहा है, जिससे उसको राजस्व की हानि हो रही। आलम यह है कि कई मार्गों पर तो प्रति लीटर पांच किलोमीटर चलने वाली रोडवेज बसे अब महज साढ़े चार किलोमीटर चल पा रही हैं।

जिले में मरम्मत के अभाव में राजमार्गों व सम्पर्क रोड सहित ग्रामीण अंचलों में सड़कों की हालत खस्ताहाल है। पीडब्ल्यूडी अभियंताओं की माने तो जिले के विभिन्न मार्गों पर 122 सड़कें 750 किलोमीटर तक क्षतिग्रस्त है। कई जगह से सड़कों का काफी हिस्सा इस कदर से उखड़ा हुआ है कि उस पर डामर ही नजर नहीं आ रहा है। हालांकि खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग ने 2 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति के लिए भिजवाया है, जिसकी जिला प्रशासन ने स्वीकृति के आदेश भी दिए है।

इन पर भी पड़ रहा असर

जिले में टूटी सड़कों से बसों के डीजल औसत समेत टायर व कमानी आदि पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इससे आगार को डीजल पर प्रतिदिन ढाई हजार रुपए तक का राजस्व का नुकसान हो रहा है, यानि की प्रतिमाह सवाईमाधोपुर आगार को एक लाख 29 हजार 700 रुपए का अतिरिक्त फटका लग रहा है। हालात यह है कि पगडंडी में तब्दील हुए कई मार्गों पर आगार प्रबंधन बसों के संचालन को लेकर चिंतित है।

प्रति लीटर 5.30 किमी डीजल का औसत लक्ष्य क्षतिग्रस्त सड़कों के चलते वाहनों के मेंटिनेंस के साथ ईंधन की खपत भी बढ़ गई है। रोडवेज निदेशाल की ओर से आगार को प्रति लीटर 5.28 किलोमीटर डीजल औसत रखने का लक्ष्य मिला है, जबकि सवाईमाधोपुर आगार 5.5 किलोमीटर प्रति लीटर लक्ष्य ही पा रहा है। ये तो औसत लक्ष्य है। सवाईमाधोपुर आगार का अधिकतर संचालन ग्रामीण सड़कों से जुड़ा है। ग्रामीण मार्गों पर तो रोडवेज महज चार से साढ़े चार किलोमीटर प्रति लीटर ही चल पा रही है।

इन मार्गों ने उड़ाई रोडवेज अधिकारियों की नींद
खण्डार मार्ग पर सर्वाधिक 40 लीटर अतिरिक्त प्रतिमाह रोडवेज को नुकसान हो रहा है। इस प्रकार प्रतिमाह 84 हजार रुपए के राजस्व की चपत लग रही है। इसी प्रकार बौंली से जयपुर मार्ग पर 15 लीटर प्रतिदिन यानि साढ़े 31 हजार रुपए एवं सवाईमाधोपुर से उनियारा-नैंनवा मार्ग पर 14 हजार 700 रुपए के डीजल का अतिरिक्त घाटा हो रहा है।
ये है आगार का हिसाब
37 बसें सवाईमाधोपुर आगार में।
5 बसे अनुबंधित।
11 हजार 226 किलोमीटर का प्रतिदिन संचालन।
5.28 किलोमीटर प्रति लीटर का लक्ष्य।
5.5 किमी लक्ष्य ही हो रहा प्राप्त।

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