सवाई माधोपुर

जाम से दूसरे दिन भी बंद रहा मार्ग

बामनवास (गंगापुरसिटी) . टोडा को अलग से ग्राम पंचायत का दर्जा दिलवाने की मांग को लेकर टोडा-बानोर के ग्रामीणों द्वारा मोरासागर बांध के निकट लगाया गया जाम गुरुवार को लगातार दूसरे दिन जारी रहा। इससे दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानी हुई।

सवाई माधोपुरDec 05, 2019 / 08:04 pm

Rajeev

जाम से दूसरे दिन भी बंद रहा मार्ग

बामनवास (गंगापुरसिटी) . टोडा को अलग से ग्राम पंचायत का दर्जा दिलवाने की मांग को लेकर टोडा-बानोर के ग्रामीणों द्वारा मोरासागर बांध के निकट लगाया गया जाम गुरुवार को लगातार दूसरे दिन जारी रहा। इससे दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानी हुई।

जाम के कारण आंतरी क्षेत्र के गांवों के लोगों को बामनवास अथवा गंगापुरसिटी जाने के लिए बिनोरी बालाजी, मंडावरी होकर आना पड़ रहा है। इससे उनको करीब 50 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लग रहा है। गुरुवार को दूसरे दिन प्रदर्शनकारी ग्रामीण सडक़ किनारे टैंट लगाकर वहां बैठे रहे, लेकिन पुलिस उपाधीक्षक पार्थ शर्मा के अलावा कोई भी अधिकारी ग्रामीणों से चर्चा करने अथवा जाम खुलवाने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा। इधर बानोर जल परियोजना में भी दूसरे दिन पानी का उत्पादन बंद रहा। इससे बामनवास उपखण्ड मुख्यालय सहित कई गांवों में जलापूर्ति नहीं हो सकी। बामनवास के लगभग एक दर्जन से अधिक जोन में से एक भी जोन की आपूर्ति नहीं हो सकी। ऐसे में यहां भी पेयजल को लेकर किल्लत पैदा हो गई है।

गौरतलब है कि टोडा की बजाय टूंडीला को बजाय ग्राम पंचायत का दर्जा दिलाए जाने का विरोध करते हुए टोडा-बानोर गांवों के स्त्री-पुरुषों ने बुधवार दोपहर को मोरासागर सडक़ मार्ग पर जाम लगा दिया था। पुलिस प्रशासन की ओर से उनको मनाने की कोशिश भी की गई, लेकिन ग्रामीण इस मांग पर अड़े हुए हैं कि जब तक प्रशासन द्वारा टूंडीला की बजाय टोडा को पंचायत मुख्यालय बनाए जाने की अनुशंसा नहीं की जाती है, वे सडक़ से नहीं हटेंगे। दिन भर सैंकड़ों स्त्री-पुरुष सडक़ पर डेरा डाले रहे। रात के समय भी वे यहीं पर रह रहे हैं। इसके लिए टैंट लगाकर रजाईयों की व्यवस्था की गई है। अलाव सेकने के लिए बड़ी संख्या में मौके पर लकडिय़ां एकत्रित कर रखी हैं।

आज करेंगे विधायक के प्रति विरोध-प्रदर्शन


मौके पर मौजूद ग्रामीण महेश, अर्जुन, मुकेश एवं रामकेश आदि ने आरोप लगाया कि पूरे प्रकरण में विधायक की भूमिका ठीक नहीं रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रस्तावों में जनसंख्या के हिसाब से टोडा को पंचायत मुख्यालय बनाया जाना तय कर दिया गया था, लेकिन विधायक ने अपने लैटर हेड पर एसडीएम, कलक्टर एवं उपमुख्यमंत्री को जनसंख्या संबंधी गलत आंकड़े प्रस्तुत कर राजनीतिक द्वेषतावश टूंडीला को पंचायत मुख्यालय बनवाया। ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार को वह जाम स्थल पर विधायक का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके साथ अब गुर्जर कोलेता, जगरामपुरा आदि करीब छह गांवों के लोग भी आ गए हैं, जिससे वे अब पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को उनकी मांग पूरी करनी होगी।

पुलिस जाप्ता रहा मुस्तैद


बानोर जलदाय परियोजना की सुरक्षा एवं मौके पर किसी प्रकार की अशांति नहीं हो इसके लिए एएसआई रूप सिंह के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों का जाप्ता यहां मौजूद रहा। परियोजना परिसर में जलदाय विभाग के सहायक अभियंता विजय सिंह मीना भी डेरा डाले रहे। परिसर में ही दो उच्च जलाशय बने हुए हैं। आंदोलनकारी किसी तरह इन जलाशयों का उपयोग न कर लें, इसको लेकर भी पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। हालांकि आंदोलनकारी बानोर जल परियोजना परिसर से दूर रहे। उन्होंने केवल अधिकारियों को आगाह कर जल उत्पादन बंद करा दिया, जिससे जलदायकर्मी भी दिन भर ठाले बैठे रहे। शाम को जलदायकर्मियों तथा पुलिसकर्मियों को अलाव सेकते देखा गया।

यह बोलीं विधायक
पंचायत बनवाने की मांग को लेकर आने वाले ग्रामीणों का सम्मान रखने के लिए उन्होंने सभी आने वाले ग्रामीणों को अनुशंसा पत्र लिखकर दिए थे। उनके लिए सभी गांव समान हैं। उनकी तरफ से कोई राजनीति नहीं की गई। अब यदि कोई इस तरह के आरोप लगाता है तो बिल्कुल गलत हैं।
– इंदिरा मीना विधायक बामनवास
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