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टापू बन गया गांव, बीमारी से हुई बालिका की मौत

locationसवाई माधोपुरPublished: Sep 17, 2019 08:42:07 pm

Submitted by:

Abhishek ojha

दूसरे बच्चों में भी फैल रहा चर्मरोग

टापू बन गया गांव, बीमारी से हुई बालिका की मौत

टापू बन गया गांव, बीमारी से हुई बालिका की मौत

खण्डार. उपखण्ड क्षेत्र में चम्बल नदी गत तीन दिनों से खतरे के निशान पर बह रही है। इस कारण से क्षेत्र के कई गांवों का सम्पर्क उपखण्ड मुख्यालय से कट गया है। वहीं ऐसे में लोगों को उपचार के लिए भी तरसना पड़ रहा है। उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत गण्डावर के गांव बोहना में बीमारी से एक बालिका की मौत हो गई। ग्रामीण श्यामलाल माली, हंसराज माली, रघुवीर माली, मेमराज, बनवारी आदि ने बताया कि चम्बल नदी में उफान के कारण गांव के सभी मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं। गांव में चारों ओर पानी है। मंगलवार को बालिका तस्वीर पुत्री प्रभुलाल कण्डेरा की बीमारी से मौत हो गई। लोगों ने बताया कि बालिका गत पांच दिन से बीमार थी। परिजनों ने बालिका का इलाज गांव में करवाया, लेकिन बीमारी बढ़ गई। गांव के चारों ओर पानी होने व मार्ग बंद होने से उसे समय पर उपचार नहीं मिल सका। ग्रामीणों का कहना है कि बालिका की अधिक तबीयत बिगडऩे पर रेस्क्यू टीम के साथ मौजूद चिकित्सा विभाग की टीम ने बालिका को देखकर मृत घोषित कर दिया। चिकित्सा विभाग ने बालिका का शव परिजन को सौंप दिया। इस मामले में उपखंड अधिकारी रतनलाल अटल ने कहा कि बोहना गांव में बालिका की मौत की जानकारी मिली है। बालिका पूर्व से ही बीमार थी। रेस्क्यू टीम की मदद से बालिका को गांव से बाहर निकाला गया था। सवाईमाधोपुर में इलाज के दौरान बालिका की मौत हो गई थी।
बोहना में अब फैलने लगा चर्मरोग
उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत गण्डावर के बोहना गांव में चम्बल के पानी भरने से लोगों का आवागमन बंद हो गया है। घरों का गंदा पानी, जानवरों का मल-मूत्र आदि गांव में ही भरे हैं। इससे लोगों में धीरे धीरे बीमारियां बढ़ रही है। गांव में अधिकांश लोग सर्दी जुखाम व टायफाइड से पीडि़त हैं। बच्चों में चर्म रोग बढ़ रहा है। ग्राम पंचायत सरपंच निरंजना मीणा ने बताया कि पिछले साल भी इसी मौसम में बोहना गांव में रोग फैला था। इससे करीब 8 बच्चों की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पूरी तरह से पानी भरा हुआ है। खेतों में रहने वाले लोग ही रेस्क्यू टीम के पास आ जा सकते है। गांव के बच्चों में बीमारी हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बच्चों के मुंह पर दाद आदि रोग होने लग गए हैं।
नहीं पहुंच रही चिकित्सा टीम
ग्राम पंचायत सरपंच ने बताया कि गांव में पानी होने से चिकित्सा टीम नहीं पहुंच रही है। सेना के जवानों द्वारा कैम्प लगाकर ही दवाइयां वितरण की जा रही है। मेजर अमृत पाल ने बताया कि मंगलवार को सेना ने चिकित्सा कैंप लगाया। इससे करीब 6 गांवों के 720 लोगों ने उपचार लिया। गांव गांव चिकित्सा टीम नहीं पहुंचेगी तो गांव के बच्चों में खतरा और भी बढ़ेगा।
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