डंपिंग यार्ड में जला रहे कचरा
नगरपरिषद ने शहर में कई स्थानों पर कचरा संग्रहण के लिए डंपिंग यार्ड बना रखे हैं। साथ ही कुछ स्थानों पर खाली पड़े प्लॉटों में अवैध रूप से कचरा संग्रहित किया जाता है। सफाई कर्मचारियोंं एवं स्थानीय निवासियों की ओर से घरों से निकलने वाले कचरे को इनमें डाल दिया जाता है। इसके बाद सफाई कर्मचारी कचरा वाहन से इनका निस्तारण नहीं करके कई बार मौके पर ही जला देते हैं।
दुकानदार भी नहीं पीछे
शहर के कुछ दुकानदार भी दुकानों से निकले कचरे को सडक़ पर जलाकर स्वच्छ वातावरण में को दूषित करते नजर आते हैं। दरअसल शहर के ढेले, खोमचे वाले विशेष रूप से फल विक्रेता अपने यहां निकलने वाले घास-फूंस एवं दोने समेत अन्य कचरेे को कचरा पात्र में डालने के स्थान पर सडक़ पर ही डालकर आग लगा देते हैं। इससे रात्रि के शांत माहौल में प्रदूषण का काला धुआं घुल जाता है। साथ ही रात्रि भ्रमण वाले एवं वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
नियमानुसार कचरे को ऐसे ही नहीं जलाया जा सकता। कचरे का निस्तारण पूरी प्रकिया के तहत किया जाता है। ताकि वातारवरण को दूषित होने से बचाया जा सके। जानकारों के अनुसार कचरे के जलने से निकलने वाली कार्बनडाई ऑक्साइड गैस वातावरण को दूषित करती है। कई बार कचरे के साथ हानिकारक वस्तुएं भी जल जाती हैं। इनका धुआं लोगों को गंभीर बीमारियों की चपेट में ले लेता है। गंभीर समस्या होने के बावजूद जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सफाई कर्मचारी भी नियमों को ताक पर रखकर कचरे का मौके पर ही निस्तारण कर रहे हैं।