scriptवार्ड बॉय की कमी तीमारदार पर भारी | Shortage of ward boy heavy on timber | Patrika News

वार्ड बॉय की कमी तीमारदार पर भारी

locationसवाई माधोपुरPublished: Jan 11, 2020 06:51:04 pm

Submitted by:

Rajeev

गंगापुरसिटी . उपखण्ड मुख्यालय पर संचालित सामान्य चिकित्सालय में वार्ड बॉय के रिक्त पदों के चलते व्यवस्था संचालन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां वार्ड बॉय के स्वीकृत 14 पदों में 6 पद रिक्त हैं। इसका असर अस्पताल में वार्ड की व्यवस्थाओं पर पड़ रहा है।

वार्ड बॉय की कमी तीमारदार पर भारी

वार्ड बॉय की कमी तीमारदार पर भारी

गंगापुरसिटी . उपखण्ड मुख्यालय पर संचालित सामान्य चिकित्सालय में वार्ड बॉय के रिक्त पदों के चलते व्यवस्था संचालन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां वार्ड बॉय के स्वीकृत 14 पदों में 6 पद रिक्त हैं। इसका असर अस्पताल में वार्ड की व्यवस्थाओं पर पड़ रहा है।

अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले गंभीर मरीजों के तीमारदारों को स्वयं ही स्ट्रेचर खींचने में सहयोग करना पड़ता है। व्हील चेयर भी निर्धारित स्थान पर उपलब्ध नहीं हो पाती है। साथ ही अन्य कई प्रकार की समस्याएं भी वार्ड में सामने आती हैं। जानकारी के अनुसार सामान्य चिकित्सालय का दर्जा 1०० बेड से 15० बेड कर दिया गया। साथ ही गत बजट में 2०० बैड करने की घोषणा भी कर दी गई, लेकिन इधर वार्ड बॉय के पदों में बढ़ोतरी होने के स्थान पर आधे पद खाली पड़े हुए हैं।

पद पूरे, बेड बढ़ाने की दरकार


वजीरपुर . सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर वर्तमान में चिकित्साकर्मियों के पद तो भरे हुए हैं, लेकिन मरीजों को और सहूलियत देने के लिहाज से यहां अस्पताल में बेड बढ़ाए जाने की जरूरत है। लोगों का कहना है कि मौसमी बीमारियों के सीजन में यहां मरीजों की अधिकता रहती है। ऐसे में बेड कम पड़ जाते हैं। फिलहाल सीएचसी की 30 बेड की है, जिसे 50 बेड की करने की जरूरत है।
लोगों का कहना है कि क्षेत्र बड़ा है और यहां मरीजों का भार अधिक है। ऐसे में यहां बेड बढ़ाने की सख्त जरूरत है। सीएचसी पर वर्तमान में नर्सिंगकर्मियों के कुल 8 पद स्वीकृत हैं। इनमें नर्स ग्रेड प्रथम दो एवं नर्स ग्रेड द्वितीय के 6 पद हैं, जो भरे हुए हैं। साथ ही एक एएनएम एक एलएचबी के पद भी भरे हुए हैं। इसी प्रकार पीलोदा और खंडीप में भी स्वीकृत पदों के मुकाबले नर्सिंगकर्मी लगे हुए हैं।

यह बोले लोग


वजीरपुर सीएचसी फिलहाल 30 बेड की है। बड़ा क्षेत्र और मरीजों की अधिकता रहने के कारण इसे 50 बेड का किया जाना चाहिए। इससे मरीजों को खासी सहूलियत मिलेगी। बेड़ बढऩे से आसपास के गांवों के लोगों को सुविधा मिलेगी।
– जुल्फिकार अली भुट्टो, निवासी वजीरपुर

कम्पाउंडरों के रिक्त पद बढ़ा रहे मर्ज


बामनवास. उपखण्ड मुख्यालय के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित क्षेत्र के कई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रिक्त चल रहे कम्पाउंडरों के पदों से रोगियों को इन संस्थानों पर समुचित उपचार नहीं मिल पा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मेल नर्स के प्रथम एवं द्वितीय ग्रेड के एक-एक पद रिक्त हैं। इसके चलते एक शिफ्ट में केवल एक ही कम्पाउंडर मौजूद रह पाता है। ऐसी स्थिति में उसे ही आउटडोर तथा वार्ड में भर्ती रोगियों की देखभाल करनी पड़ती है। कई बार आउटडोर में व्यस्त रहने अथवा कोई इमरजेंसी आ जाने की स्थिति में वार्ड में भर्ती रोगियों को कम्पाउंडर का घंटों इंतजार करना पड़ जाता है।
स्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम का भी पद रिक्त है। इससे प्रसव के लिए भी कम्पाउंडरों को ही भागना पड़ता है। लिवाली के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी कम्पाउंडर का पद रिक्त होने से चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। उपखण्ड क्षेत्र में गत वर्ष खोले गए नारोली चौड़, पिपलाई, शफीपुरा, सुकार एवं मीना कोलेता के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी नर्सिंग स्टाफ की कमी सदैव ग्रामीणों को खलती रहती है। ककराला के उपस्वास्थ्य केन्द्र पर तो स्टाफ के अभाव में पिछले तीन वर्ष से ताला लटका हुआ है।
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