आचार्य दौलत ने शिव परिवार की प्रतिमाओं का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंचामृत से अभिषेक करा पूजा-अर्चना कराई। इसके बाद फूल-मालाओं व अबीर-गुलाल से विशेष श्रृंगार किया गया। आचार्य के निर्देशन में श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से हवन कर पूर्णाहूति दी।
साथ ही महाआरती कर भगवान को प्रसादी का भोग लगाया गया। इस मौके पर महिलाओं ने भगवान भोले नाथ के सम्मान में ‘जगत के सिर पर जिनका हाथ वही हैं अपने भोलेनाथ’, ‘डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा, डम-डम डमरू बजाना होगा’ एवं ‘मां गोरा संग, गणपतिजी को लाना होगा’ एक से बढक़र एक भजन गाए। इसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें ब्राह्मण व कन्याओं को भोजन कराया गया।
इस अवसर पर गोविन्द दीक्षित, शोभा दीक्षित, मोनिका, निधि, मीनाक्षी गोयल, रोहित, शिवम, दर्शन सिंह गुर्जर, ऊषा खण्डेलवाल, बीके शर्मा, डीसी गुप्ता, गौरव मालधनी, अशोक शर्मा एवं अरुणा गुप्ता आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।