केस-1 शौक को बनाया रोजगार
बजरिया की आईएचएस कॉलोनी में टिफिन सेंटर संचालिका सुमन यादव ने बताया कि उनकी बचपन से ही कुकिंग में रुचि थी। घर पर माता के साथ कई प्रकार की डिश व व्यंजन बनाने सीखे तो कुकिंग करना अच्छा लगने लगा। शादी के बाद भी उनका कुकिंग का शौक कम नहीं हुआ। परिचित के कहने पर उन्होंने टिफिन सेंटर शुरू किया। अभी उनकी टिफिन सर्विस को आठ माह का समय ही हुआ है। लेकिन लोग धीरे-धीरे उनकेे खाने को पसंद कर रहे हैं। अभी बजरिया में उनके करीब 25 टिफिन जा रहे हैं। सुमन ने बताया कि इससे उनका शौक भी पूरा हो रहा है और साथ ही रोजगार भी मिल रहा है।
बजरिया की आईएचएस कॉलोनी में टिफिन सेंटर संचालिका सुमन यादव ने बताया कि उनकी बचपन से ही कुकिंग में रुचि थी। घर पर माता के साथ कई प्रकार की डिश व व्यंजन बनाने सीखे तो कुकिंग करना अच्छा लगने लगा। शादी के बाद भी उनका कुकिंग का शौक कम नहीं हुआ। परिचित के कहने पर उन्होंने टिफिन सेंटर शुरू किया। अभी उनकी टिफिन सर्विस को आठ माह का समय ही हुआ है। लेकिन लोग धीरे-धीरे उनकेे खाने को पसंद कर रहे हैं। अभी बजरिया में उनके करीब 25 टिफिन जा रहे हैं। सुमन ने बताया कि इससे उनका शौक भी पूरा हो रहा है और साथ ही रोजगार भी मिल रहा है।
केस-2 पांच साल से घर-घर पहुंचा रही टिफिन
कुछ इस प्रकार की कहानी बजरिया की सुनीता शर्मा की है। उन्हें खाना पकाना पसंद है। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी तो करीब पांच साल पहले अपने इस शौक को रोजगार का जरिया बनाया। टिफिन सेंटर की शुरूआत की। पांच साल पहले शुरू किया गया यह सिलसिला आज भी जारी है। बजरिया में वर्तमान में एक दिन में 50 से अधिक टिफिन की आपूर्ति कर रही हैं।
कुछ इस प्रकार की कहानी बजरिया की सुनीता शर्मा की है। उन्हें खाना पकाना पसंद है। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी तो करीब पांच साल पहले अपने इस शौक को रोजगार का जरिया बनाया। टिफिन सेंटर की शुरूआत की। पांच साल पहले शुरू किया गया यह सिलसिला आज भी जारी है। बजरिया में वर्तमान में एक दिन में 50 से अधिक टिफिन की आपूर्ति कर रही हैं।
केस-3 लॉकडाउन में खाली बैठे आया आईडिया
कुछ ऐसी ही कहानी बजरिया की सुभाष कॉलोनी निवासी सोनिया शर्मा की है। उन्हें भी शुरू से ही कुकिंग का शौक था। उनके पति चंदन भी जयपुर में एक रेस्टोरेंट में कुक का काम करते थे, लेकिन कोरोना के कारण होटलबंद हो गए और पति की नौकरी भी छूट गई।
कुछ ऐसी ही कहानी बजरिया की सुभाष कॉलोनी निवासी सोनिया शर्मा की है। उन्हें भी शुरू से ही कुकिंग का शौक था। उनके पति चंदन भी जयपुर में एक रेस्टोरेंट में कुक का काम करते थे, लेकिन कोरोना के कारण होटलबंद हो गए और पति की नौकरी भी छूट गई।
ऐसे में लॉकडाउन के दौरान घर पर खाली बैठे- बैठे उन्हें घर से ही टिफिन सेंटर शुरू करने का आइडिया आया। बस फिर क्या था सोनिया ने अपने पति के साथ मिलकर घर से ही टिफिन सेवा शुरू कर दी। अभी उनके टिफिन सेंटर को शुरू हुए करीब दो माह का समय ही बीता है, लेकिन लोग उनके भोजन को खासा पसंद कर रहे हैं।