चिकित्सा सूत्रों के अनुसार ब्लॉक क्षेत्र में 51 उप स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हैं। इनमें से 22 उप स्वास्थ्य केन्द्रों को स्वयं के भवन नहीं मिल सके हैं। इनमें से अधिकांश उप स्वास्थ्य केन्द्र गत कांगे्रस सरकार के कार्यकाल के समय स्वीकृत किए गए थे। कई वर्ष बीतने के बाद भी भवन निर्माण नहीं होने से चिकित्साकर्मियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
इनके नहीं भवन
विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्तमान में उप स्वास्थ्य केन्द्र हीरापुर, बाढ कोटडी, रामगढ़ मुराडा, मीनापाड़ा, नंदपुरा, सलारपुर, हबीबपुर, बाढक़लां, थली, खानपुर बड़ौदा, महूकलां व चकछाबा में स्वयं के भवन नहीं हैं। इसके अलावा छाण, रायपुर, बड़ौली, कुसांय, पावटा गद्दी, मोहचा का पुरा, कमालपुर, महानंदपुर तथा सुन्दरपुर के उप स्वास्थ्य केन्द्र में भी भवन का अभाव है।
अधिकतर आंगनबाड़ी केन्द्र में
जिन उप स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन नहीं बने हैं, उनका संचालन दूसरे विभाग के भवनों में किया जा रहा है। अधिकतर का संचालन आंगनबाड़ी केन्द्रों के साथ किया जा रहा है। इसके अलावा कुछ केन्द्र पंचायत भवन व स्कूल भवन में भी संचालित हो रहे हैं। लम्बा समय गुजरने के बाद भी उप स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात कार्मिक विभाग के स्वयं का भवन बनने का इंतजार कर रहे हैं।
होती है परेशानी
विभाग का स्वयं का भवन नहीं होने से दूसरे के भवन के उप स्वास्थ्य केन्द्र का संचालन किए जाने से चिकित्साकर्मियों को परेशानी होती है। आंगनबाड़ी केन्द्र में महिलाओं व बच्चों की उपस्थिति के बीच केन्द्र का संचालन करना होता है। ऐसे में एक कोने में आलमारी और टेबल रख कर केन्द्र को संचालित किया जाता है। दवा और रिकॉर्ड को रखने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रिपोर्ट भेजते हैं
ब्लॉक में कई उप स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन नहीं बने हैं। इसके चलते अन्य भवनों में संचालन किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित की जाती है।
-डॉ. एस. डी. शर्मा, बीसीएमएचओ, गंगापुरसिटी
एक नजर में आंकड़े
51 उप स्वास्थ्य केन्द्र
06 पीएचसी
03 सीएचसी