शनिवार को अलसुबह यह क्वारेंटाइन ( Quarantine ) मरीज चाय पानी और नहाने धोने के नाम पर क्वारेंटाइन वार्ड से बाहर निकले। इसके बाद अस्पताल परिसर से भी बाहर निकल गए और घंटों तक घूमने के बाद वापस अस्पताल परिसर पहुंचे। जबकि इन्हें वार्ड से बाहर निकलने पर किसी भी प्रकार की कोई इजाजत नियमानुसार नहीं है।
लोगों के लिए भी खतरा ( Coronavirus In Rajasthan ) ऐसे में यह मरीज अस्पताल परिसर में आने वाले सामान्य मरीजों और अस्पताल परिसर के आसपास रहने वाले लोगों के लिए भी खतरा साबित हो रहे हैं।
कैमरे में हुए कैद जब कैमरे में क्वारेंटाइन मरीज कैद हुए तो अस्पताल परिसर में मौजूद पुलिसकर्मी अलर्ट हुए और क्वारेंटाइन लोगों को मुर्गा बनाकर डंडे मारते हुए नजर आए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कोरोना संदिग्धों की सुरक्षा के नाम पर प्रशासन द्वारा क्या महज औपचारिकता पूरी की जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी… गंगापुरसिटी अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश गुप्ता का कहना है कि क्वारेंटाइन लोगों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं अस्पताल परिसर में ही उपलब्ध हैं। कुछ लोग क्वारेंटाइन केन्द्र से बाहर निकल गए थे, जिन्हें सूचना मिलते ही तत्काल वापस केन्द्र के अंदर ले आए। होमगार्ड एवं स्टाफ को क्वारेंटाइन लोगों को बाहर नहीं निकलने देने के लिए पाबंद किया गया है।