शुरू नहीं हुआ स्वाइन फ्लू वार्ड
जिला अस्पताल में करीब दो साल पहले स्वाइन फ्लू के रोगियों के उपचार के लिए स्वाइन फ्लू वार्ड बनाया गया था, लेकिन इस बार अब तक यह वार्ड शुरू ही नहीं हो सका है। रोगी चिह्नित होने के बाद भी वार्ड पर ताला लटका हुआ है। वार्ड में अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्मिक नहीं लगाया गया है। ऐसे में वार्ड महज शोपीस बना हुआ है।
जिला अस्पताल में करीब दो साल पहले स्वाइन फ्लू के रोगियों के उपचार के लिए स्वाइन फ्लू वार्ड बनाया गया था, लेकिन इस बार अब तक यह वार्ड शुरू ही नहीं हो सका है। रोगी चिह्नित होने के बाद भी वार्ड पर ताला लटका हुआ है। वार्ड में अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्मिक नहीं लगाया गया है। ऐसे में वार्ड महज शोपीस बना हुआ है।
यह है स्वाइन फ्लू के लक्षण
चिकित्सकों ने बताया कि स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस (एचवनएनवन) के कारण होता है। स्वाइन फ्लू के रोगी को बुखार, थकान, खांसी, जुकाम आदि सामान्य बुखार के समान ही लक्षण दिखाई देते हैं।
चिकित्सकों ने बताया कि स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस (एचवनएनवन) के कारण होता है। स्वाइन फ्लू के रोगी को बुखार, थकान, खांसी, जुकाम आदि सामान्य बुखार के समान ही लक्षण दिखाई देते हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कराया था सर्वे
पूर्व में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले भर में स्वाइन फ्लू व अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सर्वे कराया गया था। इस दौरान चिकित्सा विभाग की टीम ने घर- घर जाकर लोगों की जांच की थी, लेकिन उस समय विभाग को एक भी स्वाइन फ्लू का रोगी नहीं मिला था। सर्वे के दौरान विभाग की ओर से घरों में पानी के टैंकों आदि जल भराव वाली जगहों पर एंटी लार्वा दवाइयों का छिड़काव किया गया था।
पूर्व में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले भर में स्वाइन फ्लू व अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सर्वे कराया गया था। इस दौरान चिकित्सा विभाग की टीम ने घर- घर जाकर लोगों की जांच की थी, लेकिन उस समय विभाग को एक भी स्वाइन फ्लू का रोगी नहीं मिला था। सर्वे के दौरान विभाग की ओर से घरों में पानी के टैंकों आदि जल भराव वाली जगहों पर एंटी लार्वा दवाइयों का छिड़काव किया गया था।
प्रार्थना सभाओं पर लगाई रोक
जिले में स्वाइन फ्लू की संभावनाओं को देखते हुए एहितयात के तौर पर जिला प्रशासन नेे सरकारी व निजी विद्यालयों में प्रार्थना सभा पर रोक लगा दी है। जिला कलक्टर ने गत दिनों सभी विद्यालयों के संस्था प्रधानों को आगामी आदेश तक विद्यालयोंं में प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं करने के निर्देश जारी किए हैं।
जिले में स्वाइन फ्लू की संभावनाओं को देखते हुए एहितयात के तौर पर जिला प्रशासन नेे सरकारी व निजी विद्यालयों में प्रार्थना सभा पर रोक लगा दी है। जिला कलक्टर ने गत दिनों सभी विद्यालयों के संस्था प्रधानों को आगामी आदेश तक विद्यालयोंं में प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं करने के निर्देश जारी किए हैं।
जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू के उपचार की सभी दवाएं उपलब्ध हैं। शनिवार को एक रोगी आया था, लेकिन वह बिना बताए ही चला गया। ऐसे में मरीज नहीं होने के कारण वार्ड पर ताला लगया हुआ है।
डॉ. रंगलाल मीणा, पीएमओ, जिला अस्पताल, सवाईमाधोपुर।
डॉ. रंगलाल मीणा, पीएमओ, जिला अस्पताल, सवाईमाधोपुर।
स्वाइन फ्लू के लक्षण भी अन्य फ्लू के समान, खांसी, जुकाम, बुखार आदि ही होते हैं। ऐसे में खासी, जुखाम, बखार आदि लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराना चाहिए।
डॉ. सुमित गर्ग।
डॉ. सुमित गर्ग।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय- समय पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और लक्षण दिखाई देने पर परामर्श लेना चाहिए।
डॉ. तेजराम मीणा, सीएमएचओ
डॉ. तेजराम मीणा, सीएमएचओ
स्वाइन फ्लू व अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए विभाग की ओर से समय- समय पर आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जाता है। लोगों को इसका सेवन करना चाहिए यह रोग संक्रमण से फैलता है।
पुरुषोत्तम शर्मा, वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, सवाईमाधोपुर।
पुरुषोत्तम शर्मा, वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, सवाईमाधोपुर।
स्वाइन फ्लू अधिकतर गंदगी के कारण होता है ऐसे में स्वच्छता का ख्याल रखना चाहिए। समय- समय पर स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए बीमारी की पहचान कर उसका उपचार किया जा सके।
डॉ. सुनील शर्मा, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल
डॉ. सुनील शर्मा, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल