गत वर्ष मेले में थी चार नाव
रामेश्वर धाम मेले में गत वर्ष यात्रियों को चम्बल पार कराने के लिए चार नावें थी। इसके अलावा मध्यप्रदेश से भी करीब 4-5 नावें थी, लेकिन इस वर्ष अभी तक मध्यप्रदेश की ओर से नावों के संबंध पंचायत व पुलिस प्रशासन को किसी प्रकार की सूचना नहीं मिली है।
रामेश्वर धाम मेले में गत वर्ष यात्रियों को चम्बल पार कराने के लिए चार नावें थी। इसके अलावा मध्यप्रदेश से भी करीब 4-5 नावें थी, लेकिन इस वर्ष अभी तक मध्यप्रदेश की ओर से नावों के संबंध पंचायत व पुलिस प्रशासन को किसी प्रकार की सूचना नहीं मिली है।
40-40 यात्रियोंं की है क्षमता
जिला परिवहन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में रामेश्वर में लोहे के दो स्टीमर है। इसमें 40-40 यात्रियों की बैठने की क्षमता है। ऐसे में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं का भार दो स्टीमर पर रहेगा।
जिला परिवहन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में रामेश्वर में लोहे के दो स्टीमर है। इसमें 40-40 यात्रियों की बैठने की क्षमता है। ऐसे में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं का भार दो स्टीमर पर रहेगा।
वर्तमान में 4 नाव, 2 अनफिट
सरपंच ने बताया कि नाव ठेकेदारों के पास वर्तमान में चार नाव हैं, लेकिन जिला परिवहन अधिकारी ने दो नावों को ही संचालन के लिए फिटनेस प्रमाण-पत्र दिया है। जबकि दो को फिटनेस नहीं देने से उन्हें प्रशासन की बिना अनुमति के नहीं चला सकते है। सरपंच का कहना है कि जिला परिवहन अधिकारी ने एसडीएम या तहसीलदार द्वारा अपने स्तर पर फिटनेस देने पर नावों का संचालन करने की बात कही है।
सरपंच ने बताया कि नाव ठेकेदारों के पास वर्तमान में चार नाव हैं, लेकिन जिला परिवहन अधिकारी ने दो नावों को ही संचालन के लिए फिटनेस प्रमाण-पत्र दिया है। जबकि दो को फिटनेस नहीं देने से उन्हें प्रशासन की बिना अनुमति के नहीं चला सकते है। सरपंच का कहना है कि जिला परिवहन अधिकारी ने एसडीएम या तहसीलदार द्वारा अपने स्तर पर फिटनेस देने पर नावों का संचालन करने की बात कही है।
सुरक्षा व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा
ग्रामीण सियाराम मीणा, सम्पत सिंह, राधेश्याम आदि ने बताया कि पांच दिवसीय लक्खी मेले के दौरान चतुर्दशी की शाम से व पूर्णिमा रात तक करीब पांच लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचते है, लेकिन श्रद्धालुओं की तुलना में दो थानों व 50 अतिरिक्त जाप्ता सुरक्षा की दृष्टि से ऊंट के मुंह में जीरा साबित होगा। उन्होंने जिला कलक्टर व एसपी से और जाप्ता लगाने की मांग की है।
ग्रामीण सियाराम मीणा, सम्पत सिंह, राधेश्याम आदि ने बताया कि पांच दिवसीय लक्खी मेले के दौरान चतुर्दशी की शाम से व पूर्णिमा रात तक करीब पांच लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचते है, लेकिन श्रद्धालुओं की तुलना में दो थानों व 50 अतिरिक्त जाप्ता सुरक्षा की दृष्टि से ऊंट के मुंह में जीरा साबित होगा। उन्होंने जिला कलक्टर व एसपी से और जाप्ता लगाने की मांग की है।
– फिलहाल परिवहन विभाग ने दो नावों के ही संचालन के लिए फिटनेस जारी किया है और नई नाव आते ही आवश्यकता अनुसार तुरंत फिटनेस देकर संचालन शुरू कर देंगे। एमपी की ओर से अभी हमारे पास नावों के संचालन की कोई जानकारी नहीं है। यात्रियों को असुविधा नहीं होने देंगे।
रतन लाल अटल, एसडीएम खण्डार
रतन लाल अटल, एसडीएम खण्डार
– रामेश्वर मेले के लिए दो नावों की फिटनेस जारी की है। मुझे फिलहाल अधिक जानकारी नहीं है। रिकॉर्ड देखकर ही बता सकता हूं।
महेशचंद मीणा, जिला परिवहन अधिकारी सवाईमाधोपुर
महेशचंद मीणा, जिला परिवहन अधिकारी सवाईमाधोपुर