कथा व्यास विष्णु शरण शास्त्री ने भगवान राम की बाल लीलाएं, राम वन वास, भरत का राज्याभिषेक एवं वाल्मीकि रामायण आदि का वर्णन किया। कथा व्यास ने भगवान राम के वनवास का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि दासी मंथरा ने कैकयी को पुत्र पे्रम के मोह पास में बांधते हुए राम के स्थान पर अपने बेटे भरत का राज्याभिषेक करने की बात कही। इसके बाद कैकयी ने राजा दशरथ द्वारा उसे दिए गए वचन की याद दिलाते हुए बेटे भरत का राज्याभिषेक ओर राम को १४ वर्ष का वनवास देने की बात कही।