scriptकानून वापसी तक जारी रहेगी लड़ाई | The fight will continue till the withdrawal of law | Patrika News

कानून वापसी तक जारी रहेगी लड़ाई

locationसवाई माधोपुरPublished: Jan 19, 2020 08:48:14 pm

Submitted by:

Rajeev

गंगापुरसिटी . नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी व एनपीआर जैसी चीजें देश को तोडऩे का काम कर रही हैं। यह नागरिकता देने वाला नहीं, बल्कि छीनने वाला कानून है। इसे सरकार को हर हाल में वापस लेना होगा। मजहबी लड़ाई लड़ाकर सरकार देश को बांटने की कोशिश कर रही है। ऐसी सरकार को उसके मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे। यह बात रविवार को राजकीय कॉलेज ग्राउंड पर मुस्लिम समाज की ओर से नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी के विरोध में हुई सभा में वक्ताओं ने कही।

कानून वापसी तक जारी रहेगी लड़ाई

कानून वापसी तक जारी रहेगी लड़ाई

गंगापुरसिटी . नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी व एनपीआर जैसी चीजें देश को तोडऩे का काम कर रही हैं। यह नागरिकता देने वाला नहीं, बल्कि छीनने वाला कानून है। इसे सरकार को हर हाल में वापस लेना होगा। मजहबी लड़ाई लड़ाकर सरकार देश को बांटने की कोशिश कर रही है। ऐसी सरकार को उसके मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे। यह बात रविवार को राजकीय कॉलेज ग्राउंड पर मुस्लिम समाज की ओर से नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी के विरोध में हुई सभा में वक्ताओं ने कही।

वक्ताओं ने ‘मुल्क बचाओ, संविधान बचाओ मोर्चा’ के बैनर तले कहा कि कानून वापस नहीं होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। सरकार की साजिशों को समझकर देश को बचाने के लिए हम हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। वक्ताओं ने कहा कि यह लड़ाई हमें हिन्दुस्तान होकर लडऩी है न कि हिन्दू-मुसलमान बनकर। हमारी आवाज अब दबने वाली नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि भारत को भारत वर्ष बनाने वाले हम हैं। वक्ताओं ने कहा कि हम तिरंगा को बचाने आगे आए हैं। सरकार को यह बात भलीभांति समझ लेनी चाहिए।
सभा में युवा ‘एनआरसी, सीएए विभाजन का षड्यंत्र’, ‘अर्थव्यवस्था सुधारो,’, ‘सीएए कानून रद्द करो’ एवं ‘नागरिकों को मत बांटो’ सरीखे नारे लिखी तख्तियां एवं तिरंगा लेकर पहुंचे। बीच-बीच में वक्ताओं ने हमें चाहिए आजादी एवं इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगवाए। सभा को अनवार अली, हाफिज इकबाल, मंसूर आलम, अफसार अहमद, मौलाना महबूब, मारुफ अहमद, मुबस्सिर मुबीन, विशाल भंडारी, एडवोकेट पैकर फारुख, अताउर्ररहमान कोटा, वाजिव, आसिफ मिर्जा कोटा, अहमद कासिम जामिया यूनिवर्सिटी, मेहरिस अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, निसार उल्लाह काजी सवाईमाधोपुर, वर्धा बेग, इस्माइल, साजिद सहराई, बारां से एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष गुरुजंट सिंह एवं जिप सदस्य मोतीलाल बैरवा आदि ने संबोधित किया। संचालन मोहम्मद अजीम एडवोकेट ने किया। सभा में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की।

भेदभाव वाला कानून – इंदिरा मीना


बामनवास विधायक इंदिरा मीना ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून जातियों में भेदभाव बढ़ाने वाला और सभी नागरिकों के खिलाफ है। पीएम ने देश को धर्म और जाति में बांटने का काम किया है। भारत विभिन्नताओं वाला देश है। इसके बाद भी हम सब एक हैं। केन्द्र सरकार देश को जातियों में बांटकर सत्ता हासिल करने का काम कर रही है और यह भाईचारा खत्म करने की साजिश है, जिसका हमें एकजुटता से सामना करना होगा।

संविधान को बचाने की लड़ाई – रामकेश मीना


गंगापुरसिटी विधायक रामकेश मीना ने कहा कि देश के साथ गद्दारी करने वालों को देश हित की बात करना शोभा नहीं देता। देश के मुसलमान ने इस देश के लिए एक-एक कतरा दिया है। देश के असली वाशिंदे हम हैं। यह देश और संविधान को बचाने की लड़ाई है। कुछ लोग धर्म के आधार पर देश के संविधान को खत्म करना चाहते हैं। मीना ने कहा कि देश की नागरिकता धर्म के आधार पर तय नहीं हो सकती। इस आवाज से दिल्ली का तख्त कांप रहा है। इस आवाज को हमें बुलंद रखना है। मीना ने कहा कि मैं विस में सवाल उठाऊंगा कि कुछ कर्मचारी सरकार से तनख्वाह लेकर एक संगठन का काम कर रहे हैं। इसका जवाब आने के बाद और भी जांच की मांग करूंगा।

हमला करना कायरता


बसों पर पथराव के मामले में विधायक मीना ने कहा कियह कायरता है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। मीना ने कहा कि यदि तीन दिन में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो मैं एसडीएम कोर्ट के सामने धरने पर बैठूंगा। चार घंटे धरने के बाद हर रोड जाम होगा। प्रशासन भी ढिलाई पर बख्शा नहीं जाएगा। यदि प्रशासन ने पुलिस नहीं होने की मजबूरी बखान की तो हमारे पास युवाओं की पुलिस है। मैं पहले भी ऐसे लोगों को जवाब दे चुका हूं। इस बार भी ऐसा जवाब दूंगा कि जीवनभर याद रखेंगे। इस बार ऐसा आंदोल होगा, जो इतिहास में नहीं हुआ। अनवार काजी ने भी चक्काजाम करने की बात कही।

संबोधन से पहले बिफरे युवा


विधायक रामकेश मीना के संबोधन से पहले भीड़ में बैठे युवा बसों पर पथराव होने के मामले में बिफर पड़े। युवाओं ने तुरंत कार्रवाई की मांग रखी। कुछ युवाओं ने इस मामले में विधायक की ओर से एफआईआर कराने की बात भी कही। काफी समझाइश के बाद युवा शांत हो सके। इससे एकबारगी अफरातफरी का माहौल हो गया।
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