वक्ताओं ने ‘मुल्क बचाओ, संविधान बचाओ मोर्चा’ के बैनर तले कहा कि कानून वापस नहीं होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। सरकार की साजिशों को समझकर देश को बचाने के लिए हम हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। वक्ताओं ने कहा कि यह लड़ाई हमें हिन्दुस्तान होकर लडऩी है न कि हिन्दू-मुसलमान बनकर। हमारी आवाज अब दबने वाली नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि भारत को भारत वर्ष बनाने वाले हम हैं। वक्ताओं ने कहा कि हम तिरंगा को बचाने आगे आए हैं। सरकार को यह बात भलीभांति समझ लेनी चाहिए।
भेदभाव वाला कानून – इंदिरा मीना
बामनवास विधायक इंदिरा मीना ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून जातियों में भेदभाव बढ़ाने वाला और सभी नागरिकों के खिलाफ है। पीएम ने देश को धर्म और जाति में बांटने का काम किया है। भारत विभिन्नताओं वाला देश है। इसके बाद भी हम सब एक हैं। केन्द्र सरकार देश को जातियों में बांटकर सत्ता हासिल करने का काम कर रही है और यह भाईचारा खत्म करने की साजिश है, जिसका हमें एकजुटता से सामना करना होगा।
संविधान को बचाने की लड़ाई – रामकेश मीना
गंगापुरसिटी विधायक रामकेश मीना ने कहा कि देश के साथ गद्दारी करने वालों को देश हित की बात करना शोभा नहीं देता। देश के मुसलमान ने इस देश के लिए एक-एक कतरा दिया है। देश के असली वाशिंदे हम हैं। यह देश और संविधान को बचाने की लड़ाई है। कुछ लोग धर्म के आधार पर देश के संविधान को खत्म करना चाहते हैं। मीना ने कहा कि देश की नागरिकता धर्म के आधार पर तय नहीं हो सकती। इस आवाज से दिल्ली का तख्त कांप रहा है। इस आवाज को हमें बुलंद रखना है। मीना ने कहा कि मैं विस में सवाल उठाऊंगा कि कुछ कर्मचारी सरकार से तनख्वाह लेकर एक संगठन का काम कर रहे हैं। इसका जवाब आने के बाद और भी जांच की मांग करूंगा।
हमला करना कायरता
बसों पर पथराव के मामले में विधायक मीना ने कहा कियह कायरता है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। मीना ने कहा कि यदि तीन दिन में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो मैं एसडीएम कोर्ट के सामने धरने पर बैठूंगा। चार घंटे धरने के बाद हर रोड जाम होगा। प्रशासन भी ढिलाई पर बख्शा नहीं जाएगा। यदि प्रशासन ने पुलिस नहीं होने की मजबूरी बखान की तो हमारे पास युवाओं की पुलिस है। मैं पहले भी ऐसे लोगों को जवाब दे चुका हूं। इस बार भी ऐसा जवाब दूंगा कि जीवनभर याद रखेंगे। इस बार ऐसा आंदोल होगा, जो इतिहास में नहीं हुआ। अनवार काजी ने भी चक्काजाम करने की बात कही।
संबोधन से पहले बिफरे युवा
विधायक रामकेश मीना के संबोधन से पहले भीड़ में बैठे युवा बसों पर पथराव होने के मामले में बिफर पड़े। युवाओं ने तुरंत कार्रवाई की मांग रखी। कुछ युवाओं ने इस मामले में विधायक की ओर से एफआईआर कराने की बात भी कही। काफी समझाइश के बाद युवा शांत हो सके। इससे एकबारगी अफरातफरी का माहौल हो गया।