यह सामान पार
परचूनी की दुकान करने वाले पीडि़त के अनुसार चोरों ने मुख्य गेट का ताला तोड कर सभी कमरों को खोल लिया। वे २५ हजार रुपए नकद, सोने का टीका, एक जोड़ी कुण्डल, चांदी के एक दर्जन कलदार तथा मकान का स्टाम्प को ले गए। चोरी के चलते पीडि़त अग्रवाल व पत्नी सावित्री देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। आसपास के लोगों ने दोनों को ढांढ़स बंधाया।
लगातार हो रही चोरी
इससे पहले चोरों ने १२ सितम्बर को सदर थाना क्षेत्र में सलारपुर की ढाणी में सूने मकान को निशाना बनाया। इस दौरान चोर सवा लाख रुपए और जेवर चुरा ले गए। इसी प्रकार ८ सितम्बर की रात को चोर श्रीनिवास मिल कॉलोनी में सेवानिवृत कर्मचारी सुरेशचंद गुप्ता के यहां से खिडक़ी की जाली काट कर १० हजार रुपए और नकदी चुरा ले गए। इसी दिन चोरों ने वजीरपुर थाना क्षेत्र के खेड़ला गांव में पांच घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
अधिकांश का नहीं खुलासा
क्षेत्र में चोरी की लगातार वारदातें हो रही है। इसके बावजूद अधिकांश वारदातों का खुलासा नहीं हो रहा है। पीडि़त चोर गिरोह के पकड़े जाने की उम्मीद लगाए बैठे रहते है, लेकिन पुलिस अधिकांश मामलों में अंतिम प्रतिवेदन (एफआर) प्रस्तुत कर देती है। इससे लोगों की मेहनत की कमाई बापस मिलने की उम्मीद धूमिल हो रही है।
सूना मकान छोडऩा लापरवाही
चोरी की अधिकांश वारदातें सूने मकानों में ही हो रही है। मकान मालिक शहर से बाहर जाने पर घर पर किसी को छोड़ कर नहीं जाते है। मैन गेट पर ताला लगा होने से चोर मकान सूना होने का अंदाजा लगा लेते हैं। जानकारों का कहना है कि मकान सूना छोडऩे से पहले किसी परिचित व रिश्तेदार को घर पर छोड़ कर जाना चाहिए। ताकि चोरी की वारदात से बचा जा सके।