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डांगरवाड़ा गांव में 7 दिनों से खेतों में ही बना हुआ है बाघ का मूवमेंट

locationसवाई माधोपुरPublished: Oct 10, 2019 02:04:30 pm

Submitted by:

Vijay Kumar Joliya

आए दिन आबादी क्षेत्र में आ रहे बाघ
 

डांगरवाड़ा गांव में 7 दिनों से खेतों में ही बना हुआ है बाघ का मूवमेंट

Tiger news sawai madhopur

सवाईमाधोपुर. फलौदी रेंज के डांगरवाडा गांव में पिछले सात दिनों से बाघ टी 108 का आबादी क्षेत्र के निकट खेतों में मूवमेंट बना हुआ है, बुधवार दोपहर को भी बाघ गांव के पास ज्वार के खेत में बैठा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह पर बालक को बाघ ने मारा था उसी के निकट ज्वार का खेत है। वहां होकर ग्रामीण गुजरे तो उन्होंने उसे देखा था। वन विभाग के अधिकारियों को भी इस बारे में सूचना दी थी। आरोप है कि इसके बाद भी वन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

लोगों को कर रहे सचेत

खेतोंं के आसपास बाघ का मूवमेंट बना होने से वन अधिकारी व प्रशासन ग्रामीणों को लगातार खेतोंं व जंगल की ओर नहीं जाने के लिए सचेत कर रहे हैं। वन अधिकारियों ने बताया कि शिकार को खा लेने के बाद बाघ के स्वत: ही गहन जंगल में वापस लौटने की संभावना है।

अभी भी जा रहे लोग जंगल में : मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि लोगों को जंगल में नहीं जाने के लिए समझाइश की गई है। इसके बाद भी लोग मवेशी चराने व लकडिय़ां लेने जंगल में जा रहे हैं। बाघ ने शिकार किया हुआ है। ऐसे में बाघ के हमले की संभावना रहती है। लोगों से समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघ का मूवमेंट फिलहाल खेतों व शिकार के पास ही नाले में बना हुआ है। बाघ ने अब तक अपना शिकार पूरा नहीं खाया है। ऐसे में बाघ बार-बार शिकार के पास लौट रहा है। वन अधिकारियों ने बताया कि बाघ मंगलवार देर रात भी शिकार के पास लौटा।

वन विभाग के प्रति लोगों में रोष, नहीं जा पा रहे खेतों पर
लहसोड़ा. ग्राम डांगरवाड़ा व आछेर के लोगों में वन विभाग के प्रति रोष है। ग्रामीण गिर्राज गुर्जर, हरजी गुर्जर, धर्मसिंह, बंशी आदि ने बुधवार को रवांजना डूंगर एसएचओ, लहसोड़ा चौकी प्रभारी व फोरेस्टर को बताया कि बालक पर हमला करने वाला बाघ अब भी खेतों में ही घूम रहा है। ऐसे में किसान खेतों पर नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी उड़द की फसल की कटाई चल रही है। इसके बाद अगली फसल की तैयारी करनी है। ऐसे में एक-एक दिन कीमती है, लेकिन बाघ के भय से सभी काम अटके हुए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि रेंजर, फोरेस्टर व वनरक्षक को तुरंत निलंबित करने की मांग पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

15 सदस्य टीम कर रही बाघ की टे्रकिंग

वन अधिकारियों ने बताया कि बाघ की लगातार टे्रकिंग कराई जा रही है। इसके लिए विभाग की ओर से 15 सदस्यीय टीम को तैनात किया गया है। हालांकि बाघ का मूवमेंट फिलहाल जंगल की सीमा पर ही है। वन विभाग की टीम बाघ पर लगातार नजर बनाए हुए है।

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