वन विभाग ने लगाए कैमरे
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गांव के आस-पास के वन क्षेत्र में फोटो ट्रैप कैमरे लगाए हैं। हालांकि फिलहाल बाघ का मूवमेंट जंगल की सीमा के अंदर ही बताया जा रहा है। फिर भी एहतियात के तौर पर वनकर्मियों की टीम को बाघ की टे्रकिंग के लिए तैनात किया गया है।
आबादी क्षेत्र के पास था मूवमेंट : बाघ टी-66 का मूवमेंट पहले खण्डार के तारागढ़ दुर्ग के पीछे वाले वन क्षेत्र के आस-पास रहा था। इस दौरान यह बाघ पहले भी कई बार परसीपुरा के नजदीक ही विचरण कर रहा था। हालांकि बाद में बाघ का रुख जंगल की ओर हो गया था।
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गांव के आस-पास के वन क्षेत्र में फोटो ट्रैप कैमरे लगाए हैं। हालांकि फिलहाल बाघ का मूवमेंट जंगल की सीमा के अंदर ही बताया जा रहा है। फिर भी एहतियात के तौर पर वनकर्मियों की टीम को बाघ की टे्रकिंग के लिए तैनात किया गया है।
आबादी क्षेत्र के पास था मूवमेंट : बाघ टी-66 का मूवमेंट पहले खण्डार के तारागढ़ दुर्ग के पीछे वाले वन क्षेत्र के आस-पास रहा था। इस दौरान यह बाघ पहले भी कई बार परसीपुरा के नजदीक ही विचरण कर रहा था। हालांकि बाद में बाघ का रुख जंगल की ओर हो गया था।
खराब रास्तों को जल्द ठीक कराने के निर्देश
सवाईमाधोपुर. राज्य वन विभाग के पीसीसीएफ अरिदंम तोमर रविवार को सुबह नौ बजे रणथम्भौर से जयपुर के लिए रवाना हुए। इससे पहले उन्होंने वनाधिकारियों को रणथम्भौर में बार-बार जंगल से बाहर आ रहे बाघों की लगातार मॉनिटरिंग करने व रणथम्भौर से बूंदी व कोटा की ओर रुख करने वाले बाघों को चिह्नित कर उनकी ट्रेकिंग कर रिपोर्ट तैयार करने के बारे में निर्देश दिए।
रास्तों का लिया जायजा : इससे पहले पीसीसीएफ ने सुबह की पारी में पार्क भ्रमण भी किया। इसके बाद पीसीसीएफ सात व नौ जोन में भी गए और वहां रास्तों का जायजा लिया। उन्होंने वन अधिकारियों को क्षतिग्रस्त रास्तों की मरम्मत को शीघ्र पूर्ण कराकर पर्यटकों के लिए जोन में बुकिंग शुरू करने के निर्देश दिए।