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रणथम्भौर में फिर गूंजी किलकारी, नूर की बेटी ने तीन शावकों को दिया जन्म

locationसवाई माधोपुरPublished: Sep 01, 2021 09:49:26 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान में एक बार फिर से नन्हे शावकों की किलकारी गूंज गई है। इस बार बाघिन टी-105 ने शावकों को जन्म दिया है।

Tigress T-105 gives birth to three cubs in Ranthambore

रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान में एक बार फिर से नन्हे शावकों की किलकारी गूंज गई है। इस बार बाघिन टी-105 ने शावकों को जन्म दिया है।

सवाईमाधोपुर। रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान में एक बार फिर से नन्हे शावकों की किलकारी गूंज गई है। इस बार बाघिन टी-105 ने शावकों को जन्म दिया है। बाघिन टी-105 रणथम्भौर के सुलतानपुर इलाके के आगे तपकन के नाले वन क्षेत्र में तीन शावकों के साथ वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुई है। एहतियात के तौर पर वन विभाग की ओर से अब बाघिन की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
चार माह के है शावक
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघिन टी-105 तपकन के नाले वन क्षेत्र में तीन शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई है। बाघिन टी-105 की उम्र करीब पांच साल है और यह पहला मौका है जब बाघिन टी-105 ने शावकों को जन्म दिया है।
नूर की बेटी है टी-105
वनाधिकारियों ने बताया कि बाघिन टी-105 रणथम्भौर की बाघिन टी-39 यानि नूर की बेटी है। टी-105 की बहन बाघिन टी-106 को पहले ही रणथम्भौर से मुकुंदरा शिफ्ट कर दिया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी। बाघिन टी-105 का आमतौर पर विचरण रणथम्भौर के जोन एक व दो में रहता है।
आरटीआर प्रथम 74 बाघ बाघिन
टी-105 के शावकों को जन्म देने के साथ ही अब रणथम्भौर में बाघोंं का कुनबा भी बढ़ गया है। वन विभाग की माने तो रणथम्भौर प्रथम में अब बाघों की संख्या 74 हो गई है। इनमें 20 बाघ, 30 बाघिन व 24 शावक शामिल हैं। वहीं रणथम्भौर के दूसरे डिवीजन करौली के कैलादेवी अभ्यारण्य में भी करीब 10 बाघ बाघिन विचरण कर रहे है। ऐसे में रणथम्भौर में कुल बाघ बाघिनों का आंकड़ा 84 के आसपास हो जाता है।
इनका कहना है….
रणथम्भौर में तपकन के नाले वन क्षेत्र में बाघिन टी-105 तीन शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई है। बाघिन की मॉनिटरिंग कराई जा रही है।
– महेन्द्र शर्मा, उपवन संरक्षक, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर

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