scriptvideo स्कूलों में कमियों को सुधारने के लिए चलेगा सघन जांच अभियान | To improve the deficiencies in schools, intensive investigation campai | Patrika News
सवाई माधोपुर

video स्कूलों में कमियों को सुधारने के लिए चलेगा सघन जांच अभियान

स्कूलों में कमियों को सुधारने के लिए चलेगा सघन जांच अभियान

सवाई माधोपुरFeb 18, 2019 / 03:39 pm

Subhash Mishra

patrika

सवाईमाधोपुर. जिला कलक्ट्रेट परिसर में संचालित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय।

सवाईमाधोपुर. जिलेभर के सरकारी स्कूलों में गत दिनों निरीक्षण के दौरान शिक्षा अधिकारियों के सामने पोषाहार व दूध वितरण में की कई कमियां सामने आईं थीं। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने स्कूलों में जांच के लिए नई कार्ययोजना बनाई है। राजकीय विद्यालयों में पोषाहार और दूध वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्कूलों में 26 व 27 फरवरी को सघन जांच अभियान चलेगा। इसके तहत शिक्षा अधिकारी विद्यालयों के मुख्य सूचना पट्ट पर रोज हिसाब, पोषाहार, अन्नपूर्णा दूध योजना आदि की जांच करेंगे। विशेषतौर पर स्कूल संस्था प्रधानों को बोर्ड पर रोज पोषाहार व दूध वितरण का हिसाब बोर्ड पर लिखना होगा। इससे आमजन एवं निरीक्षण के लिए आने वाले अधिकारी जान सकेंगे कि स्कूल में पोषाहार एवं दूध योजना के तहत आज कितनी राशि आवंटित हुई है।
इसलिए पड़ी जरूरत
गत दिनों शिक्षा अधिकारियों की ओर से किए गए निरीक्षण में सामने आया कि अधिकांश स्कूलों में पोषाहार व दूध की गुणवत्ता तय मानकों से काफी लचर है। खासतौर से अधिक नामांकन वाले स्कूलों में तो पोषाहार वितरण में व्यापक लापरवाही बरती जा रही है। विभागीय जानकारी के अनुसार कई स्कूलों में पांच सौ व हजार से अधिक नामांकन है। ऐसे में कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों की एवज में कन्वर्जन राशि ही हर रोज तीन से चार हजार रुपए मिलती है। लेकिन उसकी तुलना में न तो मसाले होते है और ना ही पर्याप्त सब्जियां।
गुणवत्तायुक्त पर्याप्त पोषण है उद्देश्य
मिड-डे मिल के तहत सरकारी स्कूलों में रोजाना अलग-अलग मीनू आधारित जैसे दाल-रोटी, खिचड़ी, दाल-बाटी, चावल आदि दिया जाता है। वहीं अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत स्कूल आने वाले कक्षा आठ तक के हर छात्र-छात्रा को निर्धारित मात्रा में दूध दिया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से तय मानकों के आधार पर खाद्यान्न के साथ ही अलग से राशि भी दी जाती है, ताकि स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त पर्याप्त पोषण मिल सके। कई स्कूलों में ऐसा नहीं हो रहा है।
ये देनी होगी सूचना
संस्था प्रधानों को सूचना बोर्ड पर प्रतिदिन उपस्थित होने वाले विद्यार्थियों की कक्षावार संख्या के साथ ही नामांकन के हिसाब से उस दिन स्कूल को मिलने वाली कुकिंग कन्वर्जन राशि, कुल नामांकन, कक्षा एक से पांच तथा छह से आठ में उपस्थिति, दाल एवं गेहूं का प्रति विद्यार्थी का मानक, उपस्थिति के हिसाब से आज की मात्रा किलो में, दूध का मानक एवं उपस्थिति के हिसाब से आज के लिए आवंटित कुल दूध एवं उसके लिए प्राप्त राशि आदि लिखना होगा।
इनका कहना है
जिले के प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्कूलों में पोषाहार, अन्नपूर्णा दूध वितरण, नामांकन आदि की जांच के लिए 26 व 27 फरवरी को विशेष जांच अभियान चलेगा।
मंजूलता जैन, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, सवाईमाधोपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो