प्रत्येक थाने को सौंपे दो-दो रोल
एसपी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार एडीजी के ओर से एसपी को रिफलेक्टर भिजवाए गए थे। ऐसे में जिला एसपी की ओर से संबंधित थानों में रिफलेक्टर के 2-2 रोल भिजवा दिए गए हैं। एक रोल में 500 मीटर रिफलेक्टर रोल है। यह रिफलेक्टर हजारों वाहनों में लगाया जा सकता है, लेकिन संबंधित थाना पुलिस इन्हें लगाने में रुचि नहीं दिखा रही है।
अधिकांश थानों में नहीं खोले रोल
एडीजी के वाहनों पर रिफलेक्टर लगाने के आदेशों के बाद भी अधिकांश थाना पुलिस ने तो रिफ्लेक्टर लगाने के प्रयास ही शुरू नहीं किए। संबंधित थानों में रिफलेक्टर के रोल की पैकिंग भी नहीं खोली गई है।
लगाए थे एक हजार रिफलेक्टर
जिला पुलिस की ओर से गत माह में हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत करीब एक हजार वाहनों के रिफ्लेक्टर लगाए थे। यह रिफ्लेक्टर कोतवाली, मानटाउन, महिला थाना, बाटोदा, भाड़ौती चौकी इलाके में लगाए गए थे।
यंू पड़ी रिफलेक्टर लगाने की जरूरत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में फर्राटे भर रहे दुपहिया, चौपहिया व अन्य वाहनों के आगे- पीछे रिफलेक्टर लगे हुए नहीं होते है। ऐसे में रात के अंधेरे में तेज गति में चल रहा वाहन नजर नहीं आता है। वाहनों की लाइट पडऩे से दुर्घटनाएं हो रही है। वाहनों में रिफलेक्टरी लगे होने से आगे वीछे से वाहन की लाइट पडऩे से रिफलेक्टर चमकने लगते है। ऐसे में दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है।
सख्ती से कराएंगे पालना
एडीजी की ओर से मिले रिफ्लेक्टर थाना पुलिस को सौंप दिए है। उन्हें वाहनों में लगाने के लिए थानाधिकारियों को पाबंद कर अधिक से अधिक रिफ्लेक्टर को लगाने के लिए सख्ती से कार्रवाई करेंगे। जरूरत पडऩे पर और पुलिस के स्तर पर और अधिक रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
समीर कुमार सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक सवाईमाधोपुर।