दोनों खेलते-खेलते मनरेगा की तलाई के पास चले गए। इस दौरान दोनों बालक नहाने के लिए तलाई में कूद गए। तलाई के गहरा होने से डूबने के कारण दोनों की मौत हो गई। परिवार में दोनों थे इकलौते बेटे मृतक दोनों बालक परिवार के इकलौते चिराग थे। अशोक मीणा अपनी तीन बहिनों का इकलौता भाई था। वहीं गोविंद भी अपनी दोनों बहनों का लाडला था। हादसे में अपने इकलौते भाइयों की मौत की खबर सुनते ही बहनों की रुलाई फूट पड़ी।
स्कूल भी नहीं गए दोनों
बालक गांव के ही सरकारी विद्यालय में पढ़ते थे। गोविंद मीणा कक्षा पांच व अशोक कक्षा चार का विद्यार्थी था। मृतक के परिजनों ने बताया कि दोनों बालक प्रतिदिन स्कूल जाते थे, लेकिन गुरुवार को दोनों ने साथ खेलने के लिए स्कूल जाने से इंकार कर दिया और दोपहर में दोनों खेलते-खेलते तलाई के पास जा पहुंचे, जहां यह हादसा हो गया।
बालक गांव के ही सरकारी विद्यालय में पढ़ते थे। गोविंद मीणा कक्षा पांच व अशोक कक्षा चार का विद्यार्थी था। मृतक के परिजनों ने बताया कि दोनों बालक प्रतिदिन स्कूल जाते थे, लेकिन गुरुवार को दोनों ने साथ खेलने के लिए स्कूल जाने से इंकार कर दिया और दोपहर में दोनों खेलते-खेलते तलाई के पास जा पहुंचे, जहां यह हादसा हो गया।
बाड़ के कारण नहीं आए नजर
मनरेगा की जिस तलाई में हादसा हुआ उससे कुछ ही दूरी पर बालकों के पिता के खेत हैं। हादसे के समय दोनों बालकों के माता-पिता खेत में काम कर रहे थे। पहले तो दोनों खेत के पास में ही खेल रहे थे फिर अचानक तलाई की ओर चले गए। तलाई की ओर खेत की बाड ऊंची होने के कारण परिजनों को दोनों बालक नजर नहीं आए और हादसा हो गया।
मनरेगा की जिस तलाई में हादसा हुआ उससे कुछ ही दूरी पर बालकों के पिता के खेत हैं। हादसे के समय दोनों बालकों के माता-पिता खेत में काम कर रहे थे। पहले तो दोनों खेत के पास में ही खेल रहे थे फिर अचानक तलाई की ओर चले गए। तलाई की ओर खेत की बाड ऊंची होने के कारण परिजनों को दोनों बालक नजर नहीं आए और हादसा हो गया।
चप्पलों से चला पता
काफी देर के बाद दोपहर करीब तीन बजे बच्चों के वापस नहीं आने पर परिजनों ने दोनों बालकों की तलाश शुरू की। इस दौरान गांव के लोगों को तलाई के पास दोनों बच्चों के कपड़े व चप्पल मिली। इसके बाद ग्रामीणों ने तलाई में बालकों की तलाश शुरू की और दोनों के शवों को ढूंढकर तलाई से बाहर निकाला।
काफी देर के बाद दोपहर करीब तीन बजे बच्चों के वापस नहीं आने पर परिजनों ने दोनों बालकों की तलाश शुरू की। इस दौरान गांव के लोगों को तलाई के पास दोनों बच्चों के कपड़े व चप्पल मिली। इसके बाद ग्रामीणों ने तलाई में बालकों की तलाश शुरू की और दोनों के शवों को ढूंढकर तलाई से बाहर निकाला।
पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा
इसके बाद परिजन जीप से शवों को जिला अस्पताल लेकर आए। वहां पुलिस की मौजूदगी में चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम कर शवों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बिलख पड़े मां व परिजन
अपने घर के चिरागों व कलेजे के टुकड़ों की मौत की खबर मिलते ही मृतकों के घर में कोहराम मच गया। दोनों बच्चों की मां अपने बच्चोंं की मौत की खबर सुनकर बेसुध हो गई। वहीं अस्पताल में भी परिजन एक दूसरे को ढांढ़स बंधाते नजर आए। सूचना पर जिला अस्पताल में भाजपा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष अशोकराज मीणा भी पहुंचे और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष ने बताया कि दोनों के पिता अत्यंत गरीब है और खेती कर अपना जीवनयापन करते हैं। उन्होंने सरकार से परिजनों को मुआवजा देने की मांग की।
इसके बाद परिजन जीप से शवों को जिला अस्पताल लेकर आए। वहां पुलिस की मौजूदगी में चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम कर शवों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बिलख पड़े मां व परिजन
अपने घर के चिरागों व कलेजे के टुकड़ों की मौत की खबर मिलते ही मृतकों के घर में कोहराम मच गया। दोनों बच्चों की मां अपने बच्चोंं की मौत की खबर सुनकर बेसुध हो गई। वहीं अस्पताल में भी परिजन एक दूसरे को ढांढ़स बंधाते नजर आए। सूचना पर जिला अस्पताल में भाजपा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष अशोकराज मीणा भी पहुंचे और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष ने बताया कि दोनों के पिता अत्यंत गरीब है और खेती कर अपना जीवनयापन करते हैं। उन्होंने सरकार से परिजनों को मुआवजा देने की मांग की।