उपभोक्ताओं ने स्थानीय बिजली कर्मियों को फोन कर बिजली गुल होने का कारण जानना चाहा तो फिर 11 केवी लाइन को फाल्ट बता दिया गया। दोपहर 12 बजे के लगभग बिजली आपूर्ति सुचारू हुई, लेकिन 5 मिनट बाद ही फिर गुल ही गई। इसके बाद देर रात तक बल्ब नहीं जले। इस सम्बन्ध में निगम के भाड़ौती कनिष्ठ अभियन्ता से जानकारी चाहने का प्रयास किया, लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ होने से बात नहीं हो सकी।
नहीं मिलते निगमकर्मी
वार्ड पंच मुजफ्फर का आरोप है उपखण्ड मुख्यालय पर निगम ने दो लाइनमैन लगा रखे है, यह मुख्यालय पर नहीं रुकते। शनिवार को भी दिन भर बिजली गुल रही। उपभोक्ता निगम कर्मियों को ढूंढते रहे। आरोप है कि सरकारी कर्मचारी घर रहकर बाहरी लोगों से बिजली समस्याओं का निस्तारण करवाते हैं। शनिवार को भी निगम कर्मी मौके पर होते तो बिजली लाइन का फाल्ट समय पर ढूंढ कर सप्लाई शुरू करवाई जा सकती थी।
फुंके उपकरण
कस्बे में वार्ड संख्या 16 में शनिवार शाम 7 बजे के लगभग अचानक से अधिक वोल्टेज आने से कई घरों में बिजली उपकरण फुंक गए। बल्ब व ट्यूब लाइट फुट गई। वार्ड वासियों ने बताया कि मण्डी कुआ व राज कुएं के पास वाले मोहल्लों में उपकरण फुंके हैं। दिन भर बिजली गुल रहने से इन्वर्टर भी जवाब दे गए।
बाडोलास गांव में बिजली आपूर्ति ठप
कुंडेरा. क्षेत्र के बाड़ोलास गांव में 24 घंटे से बिजली बंद हैं। गांव के बाबूलाल मीणा सहित अन्य लोगों ने बताया कि गांव में पिछले 24 घंटे से बिजली नहीं आ रही है। इससे अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है। वहीं पीने के पानी की भी समस्या हो रही है। विद्युत निगम के अभियंता फोन नहीं उठाते है। इससे भी ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।
कुंडेरा. क्षेत्र के बाड़ोलास गांव में 24 घंटे से बिजली बंद हैं। गांव के बाबूलाल मीणा सहित अन्य लोगों ने बताया कि गांव में पिछले 24 घंटे से बिजली नहीं आ रही है। इससे अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है। वहीं पीने के पानी की भी समस्या हो रही है। विद्युत निगम के अभियंता फोन नहीं उठाते है। इससे भी ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।