इस बारे में कई बार उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत भी की गई थी। सोमवार को नायब तहसीलदार डॉ. खुशबू शर्मा जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची। उन्होंने रास्ते के दोनों ओर खेत मालिकों द्वारा बाढ़ एवं तारबंदी करके किए गए अतिक्रमण को हटवा कर रास्ते को करीब बीस फीट चौड़ा करवाया। रास्ते से अतिक्रमण हटने से वाहनों को निकलने में होने वाली परेशानी से छुटकारा मिलेगा। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान आदलवाड़ा कलां गिरदावर बिहारीलाल सोनी, क्यावदा एवं पांवडेरा पटवारी सहित अनेक खेत मालिक एवं ग्रामीण मौजूद थे।
चरागाह पर कब्जा
बौंली. ग्राम बोरखेड़ा के करीब 200 बीघा चरागाह भूमि पर दबंगों ने घर व बाड़े बनाकर अतिक्रमण कर रखा है। उक्त भूमि पर पूर्व में सरकार द्वारा पौधारोपण किया था, लेकिन अतिक्रमियों ने पेड़ों को काटकर अतिक्रमण कर लिया है।
बौंली . कस्बे में अतिक्रमण की समस्या नासूर बनती नजर आ रही है। एक ओर जहां स्थायी बस स्टैंड का निर्माण शिलान्यास के सात माह बाद भी नहीं हुआ। वहीं दूसरी ओर अस्थायी बस स्टैंड पर ठेला चालकों की मनमानी आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गई है। मुख्य बाजार से लेकर ग्राम पंचायत मुख्यालय तक लगे बेतरतीब ठेलों से दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। स्थिति यह हो गई है कि मुख्य सड़क के बीचोंबीच भी ठेला चालकों द्वारा अतिक्रमण किया जा चुका है। यात्री विश्राम गृह सब्जी विक्रेताओं के लिए गोदाम का कार्य कर रहा है। प्रशासन द्वारा लगभग एक माह पूर्व ग्राम पंचायत बौंली के सरपंच व सचिव को कार्रवाई करने के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। ऐसे मे आमजन में रोष है।
अतिक्रमण की समस्या बौंली में बहुत अधिक है। इसके लिए सरपंच राजेश गोयल व सचिव को नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। इस विषय में ग्राम पंचायत प्रशासन के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
– विजेन्द्र मीना, एसडीएम, बौंली
अतिक्रमण के लिए बौंली प्रशासन व ग्राम पंचायत प्रशासन को अवगत कराया है।
कार्रवाई न होने की सूरत में विधायक कुंजीलाल मीना को अवगत करा, समस्या समाधान के प्रयास किए जाएंगे।
– हनुमत दीक्षित, भाजपा मंडल अध्यक्ष
किसानों ने मांगों को लेकर जिला कलक्टर से लगाई गुहार
सवाईमाधोपुर . भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने सोमवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर फसल खराब का मुआवजा दिलाने व जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि जिले में कम बारिश से खरीफ की उड़द, मूंग, बाजरा, तिल की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है। इसको लेकर गत छह सितम्बर को जिलाध्यक्ष रामवतार मीना के नेतृत्व में चौथ का बरवाड़ा में किसान सभा हुई।
इसमें फसल मुआवजा व फसल बीमा क्लेम को तत्काल गिरदावरी कराकर किसानों को राहत देने व सूखाग्रस्त घोषित कराने चर्चा की। जिलाध्यक्ष मीना ने बताया कि फसल मुआवजा व जिले को सूखाग्रस्त घोषित नहीं करने पर 15 सितम्बर को कुस्तला में पांच हजार किसानों का महापड़ाव होगा। वहीं बौंली, चौथ का बरवाड़ा, आदि जगहों पर धरना-प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपा जाएगा। इधर, वार्ता में जिला कलक्टर केसी वर्मा ने किसान प्रतिनिधि मण्डल से जिले में आंदोलन नहीं करने की समझाइश की है।