बीमार पत्नी को दिखाने जा रहा थाजानकारी के अनुसार खण्डार क्षेत्र में छाण ग्राम पंचायत के जैतपुर गांव का निवासी तौहिद खान (26) उसकी पत्नी भूरी (21) एवं उसकी मां ममून (45) को बाइक पर बैठाकर मंगलवार तड़के करीब 4 बजे ही सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन के लिए निकला था। उसकी पत्नी बीमार थी। उसका ईलाज जयपुर चल रहा था। उनको सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन से सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर जयपुर के लिए ट्रेन पकड़नी थी। तभी करीब साढ़े चार बजे बोदल गांव में वन विभाग की चौकी के पास मुख्य हाईवे पर सवाई माधोपुर की ओर से आ रहे पट्टियों से भरे ट्रक ने बाइक पर सवार तीनों सदस्यों को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे एक ही परिवार के तीनों सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई। पट्टियों से लदे ट्रक के नीचे आने से तीनों के शव क्षत-विक्षत हो गए और सड़क खून से लाल हो गई। बोदल के ग्रामीणों भी घटनास्थल पर शवों को देखकर सिहर उठे।
वाहनों की तेज रफ्तार बन रही कालएनएच-552 पर सवाई माधोपुर से बहरावण्डा खुर्द व पाली तक बनी सड़क पर वाहनों की तेज रफ्तार छोटे वाहन चालकों के लिए काल बन रही है। वाहन चालक इतनी तेज रफ्तार में वाहन चलाते हैं कि वाहन पर अपना नियंत्रण तक खो देते हैं और किसी न किसी दुघर्टना को अंजाम दे देते है। बोदल एवं जैतपुर के ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क मार्ग पर गांवों से पहले ब्रेकर बनना चाहिए, ताकि सभी प्रकार के वाहनों की गति नियंत्रण में रहे। ताकि सड़क हादसों में लगाम लग सके। बजरी से भरे वाहन भी रात व अलसुबह इतनी तेज रफ्तार में चलते है कि हादसों का भय बना रहता है।
परिवार टूट सा गया जानकारी के अनुसार मृतक तौहिद खान के परिवार में माता-पिता, दो भाई व एक ***** है। वह परिवार में सबसे बड़ा था। पूरा परिवार थोड़ी-बहुत खेती बाड़ी पर ही निभर्र था। मां का भी कुछ माह पहले ऑपरेशन हो रखा था व पिता भी लाचार अवस्था में है। ऐसे में मां व पत्नी सहित उसकी सड़क हादसे में मौत हो जाने से पूरा परिवार टूट सा गया है। मृतक के परिजनों, रिश्तेदारों व जैतपुर निवासियों का कहना है कि गत दो सालों से कोरोना की वजह से खुशी-खुशी ईद नहीं मना पा रहे थे और अब इस बार सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन जनों की मौत हो गई, जो किसी के परिवार के सदस्य थे, किसी के रिश्तेदार थे। इस दुख की घड़ी में ईद का त्योहार फीका पड़ गया। पूरे गांव में मातम सा छाया हुआ है।