75 प्रतिशत डेटा ही-
फिरौती देने के बाद भी कंपनियों को सिर्फ 75 प्रतिशत डेटा ही वापस मिला। वैश्विक स्तर पर यह औसत 65 प्रतिशत है। सिर्फ चार फीसदी भारतीय कंपनियां ही अपना पूरा डेटा वापस पाने में कामयाब रहीं। यह सर्वे यूरोप, अमरीका, एशिया-प्रशांत, मध्य एशिया, अफ्रीका सहित 30 देशों के 5,400 से अधिक लोगों से बातचीत पर आधारित है।