चुंबकीय क्षेत्र धरती का सुरक्षा होता है। यह सौर विकिरण को रोकता है। इसलिए जहां यह क्षेत्र कमजोर होता है, उस क्षेत्र में रेडिएशन के कारण उपकरणों को नुकसान हो सकता है।
स्टेशन की गैलरी और स्लीपिंग कैबिन की शील्डिंग बढ़ाई गई है। उन्हें डोसीमीटर लगाए जाते हैं, यह ऐसी डिवाइस होता है, जो रेडिएशन को नापता है और खतरनाक स्तर पर पहुंचते ही चेतावनी देता है।
वैज्ञानिकों की चिंता इस बात की है यह क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले पांच वर्ष में यह क्षेत्र 10 फीसदी तक बढ़ सकता है।