तस्वीरों में देखने को मिला कि पश्चिम अंटार्कटिका की बर्फ की चादर में दो बड़ी दरारें हैं, जो करीब 20 किलोमीटर तक फैली हुई है। ये दरारें पाइन द्वीप ग्लेशियर पर दिखाई दे रही हैं। यह बर्फ की चादर पिछले 25 सालों से समुद्र में बड़ी मात्रा में बर्फ छोड़ रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार इन दरारों की वजह से एक नया हिमखंड यानि (आइसबर्ग) बन सकता है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी यानि ईएसए की रिपोर्ट के मुताबिक जिस गति से पाइन द्वीप ग्लेशियर में बर्फ रोजाना 10 मीटर से अधिक तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में प्राकृतिक आपदा का खतरा बढ़ गया है। रिपोर्ट के अनुसार अंटार्कटिका पर इसतरह का दरार आना और नए आइसबर्ग बनने की वजह से बर्फ का एक बड़ा हिस्सा तेजी से पिघल रहा है। इससे पूरी दुनिया पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।