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अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लड़ेगी कोरोना से जंग

locationजयपुरPublished: Mar 07, 2021 10:32:22 am

Submitted by:

Mohmad Imran

हॉपकिंस की कंपनी ने एआइ की मदद से जो दवा बनाई है वह औसत दवाइयों से करीब पांच गुना तेज है।

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लड़ेगी कोरोना से जंग

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लड़ेगी कोरोना से जंग

कोरोनोवायरस (CORONA PANDEMIC CORONA VIRUS) जैसी महामारी का प्रकोप इतनी तेजी से उभरता है कि यह वैज्ञानिकों को इसका इलाज तक खोजने का मौका नहीं देता है। लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ARTIFICIAL INTELLIGENCE) अथवा कृत्रिम बुद्धिमत्ता शोधकर्ताओं को त्वरित इलाज खोजने और महामारी की रोकथाम में संभावित मदद कर सकती है। हालांकि वर्तमान कोरोना प्रकोप से लडऩे में अब बहुत देर हो चुकी है लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि अगली बार हम तैयार होंगे। दरअसल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उन सिरों को खोजने के लिए विशाल डेटा का विश्लेषण करने में सक्षम है जो यह निर्धारित करना आसान बनाते हैं कि महामारी के समय किस प्रकार के उपचार ज्यादा कारगर हो सकते हैं।
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अल्गोरिद्म से बनाई कोरोना की 5 गुना तेज़ दवा

अच्छी खबर यह है कि वैज्ञानिकों ने संक्रमण के सामने आने के पहले सप्ताह में ही कोरोना वायरस के जीन सीक्वेंस (GENE SEQUENCE) का पता लगाने में सफलता हासिल कर ली है। इंग्लैंड स्थित स्टार्टअप एक्ससेंटेनिया लिमिटेड, के सीईओ एन्ड्रयू हॉपकिंस महामारियों के समय दवाओं की खोज के लिए मशीनी बुद्धिमत्ता को प्रशिक्षित करने का काम करते हैं। उनकी कंपनी ने हाल ही एआइ की मदद से एक ऐसी दवा तैयार की है जो सामान्य दवाओं की तुलना में 5 गुना तेज है। इस दवा का क्लीनिकल परीक्षण भी 18 से 24 महीने के भीतर किया जा सकेगा। कैम्ब्रिज स्थित हीलक्स कंपनी भी दवा अनुसंधान में एआइ का उपयोग करती है। लेकिन यह मौजूद दवाओं के अलग-अलग बीमारियों में मुमकिन इलाज को ढूंढने के लिए एआइ का उपयोग करती है।
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