पृथ्वी के पास से गुजरेंगे कई ऐस्टेरॉइड, कहीं खतरा तो नहीं?
-एक क्षुद्रग्रह मिस्र के पिरामिड जितना बड़ा है, सुपर सोनिक से भी तेज रफ्तार से गुजरेगा

नई दिल्ली. ब्रह्मांड में अनंत तारे, उपग्रह और क्षुद्रग्रह चक्कर लगा रहे हैं। क्षुद्रग्रह यानी ऐस्टेरॉइड कई बार अपनी कक्षा से भटक जाते हैं। ऐसे दो ऐस्टेरॉइड इस हफ्ते धरती के पास से गुजरने वाले हैं। इनके पृथ्वी से टकराने की आशंका नहीं है, लेकिन नासा के वैज्ञानिक इन पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। इनमें एक की दूरी पृथ्वी और चांद की दूरी से भी कम है। जबकि आकार मिस्र के पिरामिड जितना बताया जा रहा है।
ऐस्टेरॉइड 465824 (2010 एफआर) 50,530 किमी प्रतिघंटा (14 किमी प्रति सेकंड) की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है और यह 6 सितंबर को धरती के करीब से गुजरेगा। यह स्पीड सुपरसोनिक से भी ज्यादा है। पृथ्वी की कक्षा से गुजरने की वजह से इसे अपोलो श्रेणी का ऐस्टेरॉइड घोषित किया गया है। हालांकि इससे कोई खतरा नहीं है, लेकिन इस पर सौरमंडल के ग्रहों और सूरज के गुरुत्वाकर्षण का क्या असर होगा? वैज्ञानिक इसका अध्ययन कर रहे हैं।
दो और ऐस्टेरॉइड गुजरेंगे
इसके अलावा ऐस्टेरॉइड 2011 ईएसवाई भी अगले मंगलवार को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। हालांकि यह भी खतरनाक नहीं है। यह 9 वर्ष में एक बार धरती के करीब आता है। इसके बाद बुधवार को 2020 पीजी 6 नाम का ऐस्टेरॉइड गुजरेगा। इसके अलावा करीब 10 ऐस्टेरॉइड अक्टूबर में पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले हैं। कुछ दिन पहले 2 नवंबर को ऐस्टेरॉइड 2018 वीपी1 के धरती से टकराने की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन इसकी आशंका महज 0.41 फीसदी है। दरअसल कार के आकार का यह ऐस्टेरॉइड इतना छोटा है कि वायुमंडल में प्रवेश करते ही यह टूटकर नष्ट हो जाएगा।
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