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खगोलविदों को मिली बड़ी कामयाबी, ब्रहमांड में खोजा एक और पृथ्वी एवं सूर्य

locationनई दिल्लीPublished: Jun 09, 2020 02:25:34 pm

Submitted by:

Soma Roy

New Planets Discovered : नए ग्रहों में हमारी पृथ्वी और सूर्य की तरह कई समानताएं हैं
नए ग्रह का नाम केप्लर 160 है। इसकी खोज गौटिंगेन के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट ने की है

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New Planets Discovered

नई दिल्ली। वैसे तो खगोलविदों (Astronomers) को ब्रहमांड में हर रोज नए-नए ग्रह एवं चीजें मिलती रहती हैं। इसके बावजूद रहस्य की गुत्थी सुलझ नहीं पाती है। इसी तरह वैज्ञानिकों ने धरती से मिलते जुलते कई अन्य ग्रहों की खोज की है। मगर इस बार खगोलविदों के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। क्योंकि इस बार उन्होंने धरती से मिलते-जुलते ग्रह के साथ उसके सूर्य की भी खोज में सफलता हासिल की है। उन्होंने पृथ्वी (Earth) जैसे ग्रह के साथ सूर्य (Sun) जैसा ग्रह भी ढूंढ लिया है। ये हमसे तीन हजार प्रकाशवर्ष दूर हैं। इस नए खोज को लेकर वैज्ञानिक काफी उत्साहित हैं।
काफी चीजों में हैं समानाता
वैज्ञानिकों के अनुसार नए ग्रह का नाम KOI-456.04 है। ये केप्लर 160 नाम के तारे का चक्कर लगा रहा है। इस ग्रह की खोज गौटिंगेन के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट की सोलर सिस्टम रिसर्च टीम ने की है। वैज्ञानिकों के अनुसार दोनों ग्रहों के बीच की दूरी वैसी ही है जैसी हमारे सूर्य और पृथ्वी की है। हालांकि ये ग्रह हमारी पृथ्वी के दोगुने आकर से थोड़ा छोटा है। हमारी पृथ्वी और सूर्य से इन नए ग्रहों में काफी चीजें समान हैं। जैसे- इस ग्रह को उसके तारे से उतना ही प्रकाश मिल रहा है जितना की पृथ्वी को सूर्य से मिलता है।
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पृथ्वी की कक्षा जैसा है जोन
इस ग्रह की खास बात यह है कि उसकी हैबिटेबल जोन है यानि उसकी कक्षा ऐसी है जिसकी वजह से उसकी सतह का तापमान (Temperature) ऐसा हो सकता है जिससे तरल पानी के होने की संभावना ज्यादा होती है। हमारी पृथ्वी के साथ भी ऐसा ही है। यह ग्रह अपने तारे का चक्कर 378 दिनों में लगाता है।
सूर्य की तरह प्रकाश उत्सर्जन की क्षमता
केप्लर 160 तारा दूसरे बाह्यग्रहों की तरह प्रकाश उत्सर्जित करता है, लेकिन यह इंफ्रारेड विकरण भी उत्सर्जित करता है। यह तारा सूर्य के मुकाबले छोटा और कम चमकीला (Shiny) है। मगर इसकी काफी चीजें सूर्य ग्रह से मिलती हैं। यह लाल ड्वार्फ तारों की श्रेणी में आता है। केप्लर 160 की सतह का तापमान हमारे सूर्य की सतह के तापमान से 300 डिग्री कम है।

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