ये रोबोट बैटरी से चलता है और एकबार चार्ज करने पर ये 25 किलोमीटर तक सफर तय कर सकता है। रोबोट में बाहर की ओर एक चार्जिंग सॉकेट भी है जिससे जरूरत पडऩे पर किसी भी समय इसे चार्ज कर सकते हैं। इस रोबोट में एक कैमरा और 14 सेंसर्स लगे हुए है जिससे कि ये रोबोट पैदल चलने वाले पदयात्रियों, पत्थर, ऊंच-नींच को डिटेक्ट कर अपनी राह बदल सकता है। इसके साथ ही इसमें मैप सिस्टम भी है जिससे ये डिलीवर करने वाली लोकेशन को बड़ी ही आसानी से ढ़ूढ़ कर सामान पहुंचा सकता है।
एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया था कि साल 2016 में यूनाइटेड किंगडम में करीब 8 प्रतिशत सामानों को बस इस वजह से वापस किया गया कि वो डैमेज हो गए हैं। इस रोबोट को बनाते वक्त कंपनी ने इस रिपोर्ट को भी ध्यान में रखा और इसमें एक कंटेनर दिया गया है जो सामान को बिना क्षति पहुचाएं डिलीवरी किया जा सकता है।
सबसे खास बात तो ये हैं कि इसे पासवर्ड के जरिए ही खोला जा सकता है। दुकान से जब सामान पैक होकर कंटेनर में रखा जाता है तो उस वक्त कस्टमर को दुकान का मैनेजर एक पिन बताता है। सामान घर तक पहुंचने के बाद उस पिन को लगाकर ओपेन कर उस सामान को निकाला जा सकेगा और इसके साथ ही बिल भी मिल जाएगा।
कंपनी का दावा है कि इस रोबोट की मदद से डिलीवर करने पर 50 प्रतिशत तक पैसों की बचत होगी। साल 2021 तक इसे बिक्री के लिए मार्केट में उपलब्ध कराई जाएगी।