हालांकि, इन रोगाणुओं के शरीर में पहुंचकर हमें बीमार करने की आशंका उस समय बढ़ जाती है जब हम लगातार इनके या इनसे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहें। खाने-पीने की चीजों के जरिए ये आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। आमतौर पर हमारे सामान्य रोजमर्रा के डिवाइसों जैसे की-बोर्ड इत्यादि पर ई-कोली और सालमोनेल्ला जैसे रोगाणु करोड़ों की संख्या में पाए जाते हैं। इससे बचने का सरल उपाय है कि इसे साफकर अपने हाथ अच्छे से धो लें। इसी तरह अगर कोई आपके फोन का उपयोग करते समय छींक या खांस दे और इसे बिना साफ किए अगर आप इसका उपयोग करेंगे तो भी आपके बीमार होने की आशंका बनी रहती है। क्योंकि आप दूसरे लोगों के माइक्रोब्स के संपर्क में आ रहे हैं।
निजी डिवाइस से होने वाले रोगों पर वैसे तो बहुत ज्यादा शोध नहीं हुए हैं। लेकिन हाल ही हुए शोध इस बात से इंकार करते हैं कि रोज उपयोग किए जाने वाले डिवाइस हमें बीमार बना रहे हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि अध्ययन में इस बात के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले कि कीबोर्ड, स्मार्टफोन या लैपटॉप बीमारी फैलाने का काम करते हैं। यहां तक कि अस्पतालों जैसे संवेदनशील जगहों पर भी ऐसा देखने में नहीं आया है। 2019 में प्रस्तुत एक शोध पेपर में कहा गया कि अधिकांश उपकरणों में कुछ रोगजनक रोगाणु होते हैं लेकिन शोधकर्ताओं ने रोगियों और उपयोगकर्ताओं पर इसके प्रभाव का कोई प्रमाण नहीं पाया। उन्होंने कहा कि हो सकता है सूक्ष्म स्तर पर कुछ प्रभाव हों भी लेकिन ये स्पष्ट उजागर नहीं थे। ईसेन ने कहा कि इसका सबसे अच्छा इलाज है कि अपने हाथों को नियमित रूप से अच्छे से साफ करें क्योंकि ये हमारे हाथ ही हैं जो विभिन्न प्रकार के रोगाणुओं को हमारे शरीर के अंदर पहुंचाने का काम करते हैं। इसलिए अपने फोन को यूवी लाइट से सैनिटाइज करने की बजाय अपने हाथों को धोने की आदत डालना ही रोगों से बचा सकता है।
अमरीकन क्लीनिंग इंस्टीट्यूट के ब्रायन सनसोनी सुझाव देते हैं कि अपने फोन का उपयोग करने के बाद इसे एक माइक्रोफइबर कपड़े से साफ कर लें। ऐसे ही मेलिसा मेकर टोरंटो में बुटीक क्लीनिंग फर्म ‘क्लीन माय स्पेस’ की संस्थापक हैं और यूट्यूब चैनल पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे लैपटॉप, नोटबुक और टैबलेट जैसे उपकरणों को साफ करने के संबंध में वीडियो गाइड के जरिए सुझाव देती हैं। गैजेट निर्माता दिग्गज कंपनियां ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट भी अपने ग्राहकों को उपकरण की साफ सफाई के बारे में विस्तृत टिप्स देते हैं। इसमें डिवाइस को सफाई से पहले स्विच ऑफ करना, चार्जर से अलग करना, ब्लीच, अमोनिया जैसे हार्ड सफाई उत्पादों का इस्तेमाल न करने संबंधी सेफ्टी टिप्स शामिल हैं।