कहते हैं कि अगर आप में सच्ची लगन है तो आप बहुत कुछ कर सकते हैं। मेहनत करने की कोई उम्र नहीं होती। इसका ताजा उदाहरण देखा जा सकता है… हाल ही में कुछ बच्चों ने एक अंतरिक्ष की एक ऐसी गुत्थी सुलझाई है जो पिछले 60 सालों से वैज्ञानिक तक नहीं सुलझा पाए। इन बच्चों ने धरती की विकिरण बेल्ट में एक जूते कि डिब्बे जितनी सैटेलाइट का इस्तेमाल कर के कुछ हानिकारक कणों के स्रोत ढूंढे हैं जो पिछले 60 सालों से वैज्ञानिक नहीं ढूंढ पाए थे। यह डिवाइस स्टूडेंट्स ने मिलकर बनाया है। अमरीका की कोलोराडो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिनलिन ली का कहना है कि इस खोज से धरती के अंदर के विकिरण बेल्ट में एनर्जेटिक इलेक्ट्रॉन दिखेंगे। उन्होंने कहा कि हमने 60 सालों पुराना रहस्य सुलझा लिया है। दरअसल इन कणों की कई परतें होती हैं, जो कि ग्रहों पर चुंबकीय क्षेत्र द्वारा संघटित रहती हैं।
कहते हैं कि अगर आप में सच्ची लगन है तो आप बहुत कुछ कर सकते हैं। मेहनत करने की कोई उम्र नहीं होती। इसका ताजा उदाहरण देखा जा सकता है… हाल ही में कुछ बच्चों ने एक अंतरिक्ष की एक ऐसी गुत्थी सुलझाई है जो पिछले 60 सालों से वैज्ञानिक तक नहीं सुलझा पाए। इन बच्चों ने धरती की विकिरण बेल्ट में एक जूते कि डिब्बे जितनी सैटेलाइट का इस्तेमाल कर के कुछ हानिकारक कणों के स्रोत ढूंढे हैं जो पिछले 60 सालों से वैज्ञानिक नहीं ढूंढ पाए थे। यह डिवाइस स्टूडेंट्स ने मिलकर बनाया है। अमरीका की कोलोराडो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिनलिन ली का कहना है कि इस खोज से धरती के अंदर के विकिरण बेल्ट में एनर्जेटिक इलेक्ट्रॉन दिखेंगे। उन्होंने कहा कि हमने 60 सालों पुराना रहस्य सुलझा लिया है। दरअसल इन कणों की कई परतें होती हैं, जो कि ग्रहों पर चुंबकीय क्षेत्र द्वारा संघटित रहती हैं।