विज्ञान और टेक्नोलॉजी

डच इंजीनियर छात्र ने मीथेन से चलने वाली मोपेड बनाई

अपने क्षेत्र के एक तालाब से वे फ्री की मीथेन गैस एकत्र करते हैं और इससे अपनी मोपेड दौड़ाते हैं, हालांकि, करीब 20 किमी चलने लायक मीथेन एकत्र करने के लिए उन्हें 8 घंटे मशक्कत करनी पड़ती है

जयपुरAug 03, 2021 / 01:40 pm

Mohmad Imran

डच इंजीनियर छात्र ने मीथेन से चलने वाली मोपेड बनाई

वाहन के नए ईंधन की खोज आज हमारी जरुरत भी है और समझदारी भी। इसी सोच को सच कर दिखाया है एक पुर्तगाली इंजीनियरिंग छात्र गिज्स शाल्क्स ने। उन्होंने अपनी सामान्य मोपेड को मोडिफाई कर इसे पेट्रोल, डीजल या गैस की बजाय मीथेन गैस से चलाने में कामयाबी हासिल की है।

शाल्क्स मोपेड के लिए मीथेन किसी पेट्रोल पंप या गैस स्टेशन से नहीं भरवाते बल्कि वेे इसे बिल्कुल फ्री सड़क के किनारे कीचड़ भरे नालों और तालाबों से बड़ी मेहनत से एकत्र करते हैं। हालांकि, करीब 20 किमी चलने लायक मीथेन एकत्र करने के लिए उन्हें 8 घंटे मशक्कत करनी पड़ती है। गिज्स ने अपनी इस मोडिफाइड मोपेड को डच भाषा में ‘स्लोट मोटर’ नाम दिया है।
डच इंजीनियर छात्र ने मीथेन से चलने वाली मोपेड बनाई

उन्होंने इसे एक पुरानी होंडा जीएक्स 160 मोटरसाइकिल इंजन का उपयोग करके डिजाइन किया है। गिज्स का कहना है कि मैंने मोटरसाइकिल जैसे वाहनों के ईंधन के नए विकल्प के रूप में इसे बनाया है। गिज्स की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने इंजन के एयरबॉक्स में एक छेद किया, जिससे इसे मीथेन से भरा जा सके। फिर उन्होंने एक गुब्बारे को इस छेद से जोड़ दिया, जो एकत्रित मीथेन के साथ इंजन को चलने में सक्षम बनाता है। इसकी टॉप स्पीड 43 किमी प्रतिघंटा है।

Home / Science & Technology / डच इंजीनियर छात्र ने मीथेन से चलने वाली मोपेड बनाई

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.